एरोमा मिशन -3 के तहत सुगन्धित पौधों की खेती, प्रसंस्करण तथा विपणन विषय पर एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर आयोजित
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के संस्थान, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मिशन जम्मू द्वारा चलाए जा रहे एरोमा मिशन -3
भरतपुर ( कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) सियाराम मीणा, शस्य वैज्ञानिक से प्राप्त जानकारी के अनुसार वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के संस्थान, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मिशन जम्मू द्वारा चलाए जा रहे एरोमा मिशन -3 के तहत आज़ भरतपुर जिले की पंचायत समिति उच्चैन के गांव सैदपुरा में सुगंधित पौधों की खेती, प्रसंस्करण तथा विपणन विषय पर एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया जिसमें लगभग 100 किसानों ने भाग लिया। राजस्थानी परंपरा के अनुसार सर्व प्रथम मुख्य अतिथि योगेश कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक उद्यान विभाग भरतपुर संभाग द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर तथा माल्यार्पण कर कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम के आयोजक और प्रायोजक जम्मू से आए हुए वैज्ञानिक सियाराम मीणा द्वारा अतिथियों का स्वागत करते हुए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मिशन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आज़ के प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य सुगंधित पौधों विशेष रूप से तुलसी की खेती, उत्पादों का प्रसंस्करण तथा इसके विपणन के बारे में जानकारी दी।
मुख्य अतिथि योगेश कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक उद्यान विभाग भरतपुर संभाग ने किसानों को बताया कि वर्तमान समय फसल विविधीकरण तथा बदलाव का है। समय और समाज की आवश्यकता और मांग के अनुसार हमें अपनी खेती-बाड़ी के तौर-तरीकों में बदलाव लाते हुए परंपरागत फसलों को छोड़कर हाइटेक फसलों तथा खेती के तरीकों को अपनाना पड़ेगा। हमारे विकास के लिए यह जरूरी है कि अब हम अपनी परंपरागत फसलों को धीरे-धीरे बदलते हुए औषधीय एवं सुगंधित फसलों, फ़ूल, सब्जी तथा फल बगीचों की स्थापना कर अधिक आमदनी प्राप्त करें। शर्मा ने आने वाले समय में सरसों की बुवाई करते समय डीएपी उर्वरक के स्थान पर सुपर फास्फेट का उपयोग करने की भी सलाह दी।
कार्यक्रम में जनक राज मीणा, उप निदेशक उद्यान भरतपुर ने तुलसी की खेती के बारे में प्राथमिक जानकारी देते हुए उद्यानिकी योजनाओं का लाभ लेने के बारे में जानकारी देते हुए उद्यान विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। राधारमण शर्मा, सहायक निदेशक कृषि भरतपुर संभाग ने कृषि विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए इनका समय पर लाभ उठाने की अपील की। डाक्टर नबाव सिंह प्रभारी कृषि विज्ञान केन्द्र कुम्हेर ने कृषि विज्ञान केन्द्र तथा किसानों के लिए इसकी उपयोगिता पर चर्चा की। मंच संचालन करते हुए श्री श्याम मस्टर्ड एफपीओ सेवर के चेयरमैन कुंवर सिंह ततामड़ ने एफपीओ को सफल बनाने के सदस्य किसानों में विश्वास बनाते हुए मेहनत करनी होगी। जम्मू से आए हुए विनोद फोगाट ने भी सुगंधित फसलों के बारे में जानकारी दी।