अमरगढ़ किले से जगमोहन भगवान की मूर्ति चोरी का मामला ,बारह खेड़ा के ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम सोपा ज्ञापन
जहाजपुर (आज़ाद नेब) उपखंड क्षेत्र के अमरगढ़ के किले में विराजमान भगवान जगमोहन की मूर्ति चोरी करने वाले समाज कंटकों की गिरफ्तारी एवं भगवान की मूर्ति बरामद की मांग को लेकर अमरगढ़ गांव सहित 12 खेडा के ग्रामीण कस्बे के बारह देवरा एकत्रित होकर वहां से जुलूस के साथ सदर बाजार होते हुए उपखंड कार्यालय पहुंचे और एसडीएम सुरेंद्र बी पाटीदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि अमरगढ़ किले में भगवान जगमोहन जी एवं राधे रानी जी का मंदिर स्थित है इस मंदिर में 600 वर्ष पुरानी भगवान जगमोहन जी की मूर्ति के अलावा समस्त 12 खेडा की आस्था के साथ साथ संपूर्ण हिंदू समाज की आस्था भगवान जगमोहन जी में निहित थी। गत 30 जुलाई की रात्रि को समाज कांटको द्वारा मूर्ति चोरी कर ली गई जिससे पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैला हुआ है। भगवान जंगमोहन जी की मूर्ति चोरी करने का यह तीसरा प्रयास है इससे पूर्व सन 2013 में भी चोरों द्वारा मूर्ति के दोनों हाथ काट कर ले गए थे उसके 25 दिन बीत जाने के बाद भी इस मंदिर से समस्त भगवान के गहने चोरी कर ले गए इस हेतु पूर्व में भी 12 खेडा एवं समस्त ग्राम वासियों ने सन 2013 में आंदोलन किया था उस समय पुलिस द्वारा चोरों को भी पकड़ा गहने भी बरामद किये मगर भगवान जगमोहन जी की मूर्ति का हाथ नहीं दिखाया गया एवं यह कहा गया कि चोरों ने बूदी के पास स्थित बाणगंगा में हाथों को फेंक दिया है और वह प्राप्त नहीं हुए हैं जो आज दिन तक भी मूर्ति के दोनों हाथ बरामद नहीं किए गए। फिर दोबारा 30 जुलाई 2024 को तीसरी बार इन्हीं भगवान की पूरी मूर्ति को उखाड़ कर कर ले गए और सिर्फ भगवान के पादुका शेष रही। चोरों के लिए यह नीलम की मूर्ति अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेस कीमती मूर्ति है ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि पुलिस प्रशासन द्वारा जल्द ही भगवान जगमोहन जी की मूर्ति बरामद कर एवं चोरों को गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलाने की मांग की है। इस दौरान करणी सेना के उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह कटार ने चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन और शासन को 10 दिन का समय देकर मांग करते हैं कि भगवान जगमोहन जी की मूर्ति को बरामद कर चोरों को पकड़ा जाए 10 दिनों के भीतर अगर प्रशासन द्वारा चोरी का राजफास नहीं किया जाता है तो आगे की रणनीति बनाकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस दौरान राव रूपेंद्र सिंह, महाराणा प्रताप स्मृति संस्थान, मेवाड़ क्षत्रिय महासभा, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल से जुड़े पदाधिकारी व कार्यकर्ता सहित 12 खेड़ा के ग्रामीण मौजूद रहे।