10 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा कृमि मुक्ति दिवस

खैरथल (हीरालाल भूरानी ) खैरथल - तिजारा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अरविन्द गेट ने बताया कि आप सभी को विदित है मिट्टी जनित कृमि संक्रमण बच्चों एवं किशोर - किशोरियों में शारीरिक विकास, हीमोग्लोबिन स्तर, पोषण,अनीमिया और बौद्धिक विकास पर भी हानिकारक प्रभाव डालता है।
समय अंतराल पर कृमि मुक्त करने से कृमि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है। राज्य में 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों एवम किशोर किशोरियों को कृमि मुक्त करने हेतु 10 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। आंगनवाड़ी एवम् विद्यालय में एक से 19 वर्ष तक के बच्चों एवम् किशोर - किशोरियों को एल्बेंडाजोल टैबलेट खिलाई जाएगी इसमें पंजीकृत एवं अपंजीकृत बच्चों को कृमि मुक्त की दवा खाने हेतु मोबिलाइज किया जाएगा।
डॉ अरविंद गेट मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी खैरथल तिजारा द्वारा बताया गया कि कृमि संक्रमण के लक्षण जैसे दस्त, पेट में दर्द, कमजोरी, उल्टी और भूख न लगना सहित कई लक्षण हो सकते हैं। कृमि संक्रमण से बचाव के तरीके जैसे हमेशा नाखून साफ में छोटे रखें, खाने को ढक कर रखें, अपने हाथ साबुन से धोएं विशेष कर खाने से पहले और शोच जाने के बाद, खुले में शोच न करें, हमेशा शौचालय का प्रयोग करें, हमेशा साफ पानी पिए, आसपास सफाई रखें।
डी वार्मिंग के फायदे जैसे रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है, स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार होता है, एनीमिया में नियंत्रण, व्यस्क होने पर काम करने की क्षमता और आय में बढ़ोतरी, सीखने की क्षमता एवं कक्षा में उपस्थिति में सुधार आदि जैसे फायदे होते हैं। यह भी निर्देश प्रदान किए गए की कोई भी बच्चा एवं किशोरी-किशोरिया एल्बेंडाजोल की गोलियां भूखे पेट नहीं खाए। समस्त बच्चों एवं किशोर किशोरियां खाना खाने को उपरांत ही उक्त गोली को लेवे।
डॉ अरविंद गेट ( मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, खैरथल तिजारा) का कहना है कि- इस अभियान में चिकित्सा विभाग के साथ-साथ स्कूल शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत राज विभाग का सहयोग भी लिया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए जिला स्तर से एवम् खंड स्तर से मॉनिटरिंग के मॉनिटर लगाए गए हैं।






