वीरांगना रूप कुवरि जन सांस्कृतिक मंच द्वारा काव्य गोष्ठी आयोजन
यह आजादी मिली नहीं है ,रास रंग रंगोली से जाने कितनी जान गई थी अंग्रेजों की गोली से- कौशिक
रूपवास (कोश्लेन्द्र दतात्रेय)
वीरांगना रूप कुवरि जन सांस्कृतिक मंच रूपवास द्वारा वरिष्ठ शिक्षक नेता हरिशंकर शर्मा के मुख्य आतिथ्य एवं समाजसेवी बैकुंठी देवी की अध्यक्षता तथा देवेंद्र गौड़ पूर्व अध्यक्ष ब्राह्मण समाज दिनेश चंद्र शर्मा शक्कर पुर विशिष्ठ अतिथि के सानिध्य में स्थानीय गौड सदन में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । काव्य गोष्ठी का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष अतिथियों द्वारा माल्यार्पण एवं दीप प्रज़्जलन कर किया ।
वरिष्ठ कवि एवं गीतकार गीतम सिंह परमार ने मां शारदे वंदना प्रस्तुत की काव्य गोष्ठी में हास्य ओज वीर रस, व्यंग कवियों ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की.ओज के कवि योगेश कौशिक ने अपनी मार्मिक कविता सुनाई . यह आजादी मिली नहीं है ,रास रंग रंगोली से ,जाने कितनों की जान गई थी अंग्रेजों की गोली से कर गये न्यौछावर प्राण देश हित में उनको शीश झुकाएं ,याद करें बलिदानों को जन गण मन मिल गाये ।
कवि मनोज मधुर ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पर कहा यह हवा कैसी चली ,कैसा जमाना हो गया जो निशाना साधना था, खुद निशाना हो गया.
बाल कवि कौशल गौड ने ,तन है स्वतंत्र, मन है स्वतंत्र, भारत का कण -कण है स्वतंत्र सुनाकर श्रोताओं से तालियां बटोरी ।
कवि संजय हिंदुस्तानी ने कहा हां हां नांट बाबर पकड़ मुझे, अब जंजीरों में जकड मुझे, कविता सुनाई .भक्ति रस के कवि द्वारकाधीश विरही ने चलति पुरवइया पवन अनौखी, तन मन रही झकोर ,मीठे बोल पपिहा कोयल करत मयूरा शोर कविता सुनकर मंच व श्रोताओं की आशू धारा वहा दी । कवि हेमंत परमार में बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति का चित्रण कर कविता सुनाई ।
कवि आनंद प्रकाश आनंद ने कहा कि 15 अगस्त है आया्, आजाद हिंद तिरंगा फहराया.मंच के संयोजक ज्ञानी राम अज्ञानी ने कहा कि हकीम हो बेदर्द पीर फरियादी किसे सुनायेगा, राजा चोरी करें फिर न्याय् किसके घर पर जाएगा,. स्थानीय नगर पालिका प्रशासन पर व्यंग्यात्मक कविता सुनाई जिस पर तालियां बजाकर समर्थन किया ।
वरिष्ठ कवि एवं गीतकार गीतम सिंह परमार ने कहा कि पथिक तू वक्त की आवाज को पहचान ले प्यारे,
मुझे गमगीन हमराही उन्हें भी थाम ले प्यारे, सुनाई जिस पर श्रोताओं ने तालियां बजाकर कवि की कविता का सम्मान किया ।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ शिक्षक नेता हरिशंकर शर्मा ने उद् बोधन व्यक्त कर कवियों एवं मंच की प्रशंसा कर सहयोग का आश्वासन दिया । नई प्रतिभाओं का सृजन करने से ही मंच उच्च शिखर का लक्ष्य प्राप्त करेगा .अध्यक्षीय उद् बोधन में समाजसेवी बैकुंठी देवी व संयोजक ज्ञानी राम अज्ञानी ने आभार व्यक्त किया । संचालन युवा कवि योगेश कौशिक ने किया ।