उखरला में समन्दर हिलोरने की रस्म निभाई, बड़ी संख्या में उमड़े ग्रामीण
तखतगढ़ (बरकत खान) उखरडा गांव में शुक्रवार को धूमधाम के साथ समंदर हिलोरने की रस्म निभाई गई। इस दौरान बड़ी संख्या में गांव के लोगों ने उत्साह के साथ भाग लिया। गांव से ढोल नगाड़ों व गांजे बाजें के साथ सरोवर किनारे पहुंचे जहां पंडित की मौजूदगी में मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से पुजा अर्चना कर कार्यक्रम का आगाज किया गया।सरोवर के चारों ओर परिक्रमा लगाई गई। महिलाएं गीत गा रहीं थी। विधि विधान की रस्म अदायगी माधोसिंह परिवार की ओर से की गई। जिसके बाद भाइयों ने अपनी - अपनी बहनों को चुनड़ी ओढ़ाई व सरोवर का पानी पिलाया।
सभी घरों में रहता है खुशी का माहौल, समन्दर हिलोरने की परंपरा बहुत ही पुरानी मानी जाती है। गांवों में इस दिन प्रत्येक घर में मेहमान होते हैं। महिलाएं सज धज कर महिलाएं सिर पर मटका उठाकर गांव के सरोवर तक पहुंचती है।
बहन ने भाई को पानी पिलाया व भाई ने बहन पानी पिलाया - समंदर हिलोरने की रस्म के तहत भाई ओर बहन मटकी को हिलोरने है उसमें फिर पूरी तरह से पानी भर जाता है तों भाई बहन को उस मटकी से पानी पिलाया है ओर बहनों ने भाई की लम्बी उम्र की कामना की।इस दौरान माधोसिंह उखरला, मंदन सिंह, अमरसिंह, सूजाराम देवासी, भगाराम प्रजापत, रमेश कुमार हिरागर, सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे