मुख्यमंत्री ने लगाई अधिकारी को जनसुनवाई के दौरान फटकार-आपको दर्द नहीं होता
जनसुनवाई के दौरान कहा - लोग धक्के खाकर आते हैं इन्हीं की बदौलत रोटी मिल रही है
भरतपुर के दो दिन के दौरे पर आए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को सर्किट हाउस में जनसुनवाई के दौरान अफसरों को जमकर फटकार लगाई । जनसुनवाई के दौरान एक बुजुर्ग बिजली की समस्या लेकर आया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बिजली विभाग के अधिशाषी अभियंता रामहेत मीणा को बुलाया और जमकर लताड़ लगाई । मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्हीं की बदौलत आपको रोटी मिल रही है, इनकी समस्या का आप समाधान क्यों नहीं कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह व्यक्ति 100 रुपए खर्च करके यहां आया है। किराया खर्च करके आया है।लाइन में धक्के खा रहा है।इसकी बिजली से संम्बन्धित जो भी समस्या है उसके जिम्मेदार आप है। आप छोटी मोटी समस्या का समाधान नहीं कर सकते । क्या आपको दर्द नहीं होता कि बुजुर्ग आदमी है। जनता के लिए थोड़ी संवेदना रखिए।आपको किसके लिए लगाया है यह ध्यान रखा करो। इन्हीं की बदौलत आपको रोटी मिल रही है।
अधिशाषी अधिकारी रामहेत मीणा ने बताया कि पास के गांव में बिजली की लाइन खींची जा रही है ।यह लाइन 6 किलोमीटर है।5.30 किलोमीटर लाइन का कार्य पूरा हो चुका है। जहां लाइन जोड़ी जायेगी वहां शिकायतकर्ता प्रहलाद मीणा का खेत आ रहा है। प्रहलाद उस कार्य को रुकवाने के लिए मुख्यमंत्री से मिला था। उसने मुख्यमंत्री को बताया कि बिजली विभाग मेरे खेत से बिजली की लाइन निकाल रहा है । प्रहलाद की शिकायत को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिशाषी अभियंता रामहेत मीणा को फटकार लगाई थी। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए जिलेभर से लोग समस्याएं लेकर सर्किट हाउस जनसुनवाई में पहुंचे । जनसुनवाई के दौरान सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री बोले - लोगों की समस्यायों को तसल्ली से सुनें अधिकारी
जनसुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा आज अन्याय पर न्याय की जीत का दिन है। आज मैंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गांव एवं जिले भर से आने वाले लोगों की समस्याओं को तसल्ली से सुनें । कलेक्टर और उपखंडाधिकारियों को कहा है कि वे लोगों से मिलने का समय निर्धारित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी छोटे मोटी समस्याओं को लेकर आने वालों का समाधान तत्काल करें।
समस्या हमारे लिए छोटी हो सकती है लेकिन लोगों के लिए बड़ी है। शिकायतकर्ता उसके समाधान के लिए कितनी दूर से आया है । कुछ केस राजस्व विभाग के है अधिकारी मौके पर जाकर उन्हें सुलझाऐं ताकि उन्हें भटकना न पड़े । अगर अधिकारी ऐसा करेंगे तो फाइलों का निपटारा भी होगा और उस व्यक्ति को भी फायदा मिलेगा।
एसआई भर्ती रद्द करने के सवाल पर कहा - रिपोर्ट क्या आती है फिर देखते हैं
एसआई भर्ती को रद्द करने के सवाल को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा -अभी हमने कमेटी बनाई है। आगे क्या होता है , कैसे होता है , कमेटी की रिपोर्ट क्या आती है इसको आगे जाकर हम देखते हैं रिपोर्ट के आधार पर फैसला लिया जाएगा ।
एसआई भर्ती रद्द करने को लेकर हुई नारेबाजी
सर्किट हाउस में आए लोगों ने जनसुनवाई के दौरान एसआई भर्ती रद्द करो के नारे लगाए । भर्ती रद्द करने की मांग को लेकर आए एक शिकायतकर्ता ने कहा -सर दो जिलों से एक कैंडिडेट सलैक्ट हो रहा है । और अकेले सांचौर जिले की एक तहसील से दो - दो कैंडिडेट सलैक्ट हो रहे हैं एसआई भर्ती रद्द कर दो।कल कैसे भी फैसला कर दो । भरतपुर के साथ न्याय कर दो। इसके बाद एसआई भर्ती रद्द करने को लेकर नारेबाजी होने लगी। मुख्यमंत्री ने कहा - हमने इसकी समीक्षा के लिए कमेटी बनाई है । कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही फैसला लेंगे ।