योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए निरंतर नवाचार और आवश्यक सुधार की कार्यवाही होती रहेगी— शासन सचिव, पशुपालन विभाग
जयपुर, 19 अक्टूबर। शासन सचिव पशुपालन विभाग डॉ. समित शर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को टोंक रोड स्थित राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के सभागार में अनुभव आदान प्रदान के लिए बैठक का आयोजन हुआ। पशुपालन और डेयरी विभाग भारत सरकार द्वारा प्रदेश में संचालित विभिन्न योजनाओं के मूल्यांकन हेतु आए राष्ट्रीय दल के सदस्यों ने इस अवसर पर क्षेत्र भ्रमण के अपने अनुभव साझा किए।
विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने बताया कि दल के सदस्यों ने भारत सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं विशेषकर राष्ट्रीय पशुधन मिशन, राष्ट्रीय गोकुल मिशन, राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम और पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम के प्रगति और क्रियान्वयन के संबंध में चार जिलों का दौरा कर स्थानीय अधिकारियों, पशुपालकों एवं अन्य लाभार्थियों के साथ विस्तृत चर्चा की। उन्होंने जिलों के विभिन्न स्तर के पशु चिकित्सा केंद्रों का अवलोकन कर वहां दवाइयों उपकरणों और अन्य सुविधाओं का भी जायजा लिया। डॉ. शर्मा ने बताया कि दल के सदस्यों ने अपने अनुभव साझा करते हुए राज्य में विभिन्न योजनाओं की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कुछ सुझाव दिए हैं जिससे योजनाओं की क्रियान्विति और सुचारू तथा बेहतर हो सके। विभाग ने उनके सुझावों को नोट कर लिया है और शीघ्र ही उन पर अमल भी शुरु हो जाएगा।
डॉ. शर्मा ने बताया कि दल के सदस्यों ने मोबाइल वेटरिनरी यूनिट और कॉल सेंटर 1962 की सराहना करते हुए इसके और अधिक प्रचार प्रसार पर बल दिया है जिससे अधिक से अधिक लोग इसका भरपूर लाभ ले सकें और इसका मकसद पूरा हो सके। उन्होंने बताया कि योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए निरंतर नवाचार और आवश्यक सुधार की कार्यवाही होती रहेगी।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय दल के सदस्यों ने एक सप्ताह के राज्य के अपने दौरे में चार जिलों अलवर, सीकर, जोधपुर और कोटा का दौरा किया और केंद्र प्रवर्तित योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए किए जा रहे विभाग के प्रयासों की सराहना की।
बैठक में राष्ट्रीय दल के, डॉ. एम. टी. मंजूनाथ डॉ माधवराव और डॉ. सुनील रौतमोरे, डॉ. भवानी सिंह राठौड़, निदेशक पशुपालन विभाग, डॉ. आनंद सेजरा मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड तथा समस्त योजना प्रभारी और राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के अधिकारीगण उपस्थित थे।