अहोई अष्टमी व्रत पर बरते सावधानी पंडित लोकेश कुमार
लक्ष्मणगढ़ (अलवर) कमलेश जैन
अहोई अष्टमी व्रत निर्जला रखा जाता है। इस दिन पूरे दिन व्रत करने के बाद शाम को तारों को देखकर ही व्रत पारण किया जाता है।
अहोई अष्टमी व्रत में क्या खाना चाहिए अहोई अष्टमी के दिन दूध और दूध से बना सामान नहीं खाने की सलाह दी जाती है। इस दिन अनाज भी नहीं खाना चाहिए। अहोई अष्टमी के दिन तारे निकलने के बाद ही तारों को अर्घ्य दिया जाता है। और पूजा करने के बाद अन्न का सेवन किया जाता है। अगर इस दिन निर्जला व्रत रखना संभव न हो तो फलाहार व्रत किया जा सकता है।
अहोई अष्टमी पूजन मुहूर्त- अष्टमी तिथि 24 अक्टूबर को सुबह 01 बजकर 18 मिनट से प्रारंभ होगी और 25 अक्टूबर को सुबह 01 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगी। अहोई अष्टमी पूजन मुहूर्त शाम 05 बजकर 41 मिनट से शाम 06 बजकर 58 मिनट तक रहेगा।
तारों को देखने के लिए शाम का समय- अहोई अष्टमी के दिन तारों को देखने के लिए समय शाम 06 बजकर 06 मिनट है। अहोई अष्टमी के दिन चंद्रोदय का समय- अहोई अष्टमी के दिन चंद्रोदय का समय रात 11 बजकर 54 मिनट है।