स्वास्थ्य के लिए उत्तम है खजूर
खजूर आम व्यक्ति के लिए सोने की भस्म के समान है। ठंड के दिनों में पूरा परिवार यदि तीन चार माह तक रोज खजूर का सेवन करे तो पूरे साल होने वाले शारीरिक क्षय की मरम्मत हो जाती है। परिवार के साथ बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। खजूर में अनेक तरह के पौष्टिक तत्वों का समावेश होता है। इसमें लोह भस्म, फास्फोरस, कैल्शियम, विटामिन ए, बी, सी के अलावा अनेक खनिज तत्व मिले होते हे खजूर के गुणों की बात है कि पश्चिम एशिया के लोग मज़बूत काफी लम्बे और लालिमा लिए होते है। वे लोग सुबह के नाश्ते में खजूर लेते है। वे अपने मेहमानों का स्वागत चाय नाश्ते से नहीं खजूर से करते है।
खजूर की तीन चार जातियां होती है। उसमें देशी काला खजूर सेहत के लिए काफी उपयोगी है। जिनको कब्ज़ की शिकायत है उन्हेंरोज निर्धारित मात्रा में खजूर देशी घी के साथ खाने पर पेट साफ होता है। काला खजूर तो टॉनिक का काम भी करता है। सुबह देसी घी अथवा बिना घी के खजूर का नाश्ता करने की आदत डाले तो आपके शरीर को कभी भी कमजोरी महसूस नहीं होगी और पूरा दिन स्फूर्ति से गुज़रेगा। आम का जीवन और खजूर का पाक एकएक चम्मच मिक्स कर पूरे ठंड के मौसम में दिन में दो बार लिए जाने पर एक जादुई शक्ति का अहसास होता है।
अधेड़ या वृद्ध इसका एक एक टुकड़ा खाने के बाद पर्याप्त मात्रा में दूध पीयें तो शरीर के शिथिल पड़ चुके अवयव फिर उत्तेजित होते है। वहीं वमड़ियों में झुर्रियां और बुढ़ापा विलम्ब से आता है। एक दम साफ एक कप पानी नींबू निचोड़ कर उसमें चार टुकड़े खजूर के भिगोर मसल दें। उसमें थोड़ा नमक, काली मिर्च, धनियां, जीरा डालकर प्रतिदिन बच्चों को शीत ऋतु में देने पर उनके विकास में तेजी आती है। खजूर के छह टुकड़ो को दूध में उबाल कर उसमें आधा चम्मच सौंठ, आध चम्मच मेथी और आधा चम्मच घी मिलकार सुबह शाम सेवन करने से जोड़ो का दर्द मिट जाता है। इसका प्रयोग तीन माह तक करना वाहिए। छह खजूर को दो कप दूध में एक चम्मच हल्दी डाल कर उबाल कर सुबह शाम पीने से चेहरे और शरीर की बमड़ी गौरी होती है व सुन्दरता में निखार आता है। इसका प्रयोग 6-8 माह तक करना चाहिए। छह खजूर को एक कप दूध में उबाल कर उसमें एक चम्मच देशी घी और एक चम्मच गुलकंद डाल कर सुबह शाम पीने से कमजोर पड़ रही आंखों को तेज मिलता है वहीं चश्मे का नम्बर घटने की संभावना भी रहता है। दिमाग में ठडंकता रहती है तथा मंद पड़ी स्मरण शक्ति बढ़ती है। कमज़ोर पड़े दांतों या मसूड़ो से खून निकलता हो तो भी लामदायक है।
- हीरालाल भूरानी