राजकीय संस्कृत वरिष्ठ उपाध्याय विधालय वलदरा मे शिक्षको के स्वीकृत पद 16 - 13 पद रिक्त, शिक्षण व्यवस्था बाधित
सिरोही ( रमेश सुथार)
सिरोही जिले मे संस्कृत शिक्षा विभाग के करीब 23 स्कूल संचालित है और उसमे करीब 85% से ज्यादा पद रिक्त है। जिससे छात्र और अभिभावक दोनो परेशान है। संस्कृत शिक्षा निदेशालय जयपुर की उपेक्षा के कारण उक्त विधालयो का नामांकन दिनोदिन कम होता जा रहा है। जिले मे विभाग की वलदरा (सिरोही) झाडोली (पिण्डवाडा) उमरणी(आबूरोड) तीन वरिष्ठ उपाध्याय 12 तक स्कूल है। वलदरा मे कूल 16 पद शिक्षको के स्वीकृत है कार्यरत मात्र तीन जबकी 13 पद रिक्त है जिसमे प्रधानाचार्य समेत अंग्रेजी विज्ञान गणित सहित सभी विष्याध्यापको के पद रिक्त है। और झाडोली मे स्वीकृत पद 18 है और 6 कार्यरत जबकी 12 पद रिक्त है। विभाग की प्रवेशिका संस्कृत स्कूल 10वी तक बावली नई जमीन मूंगथला नागाणी व कृष्णगंज है। उक्त स्कूलो मे भी हालात दहनीय है और राजकीय संस्कृत प्रवेशिका दसवी तक स्कूल कृष्णगंज मे मात्र एक शिक्षक कार्यरत है। एक शिक्षक के भरोसे दस कक्षा और उसमे भी डाक पोषाहार और विभागीय कार्य भी शामिल है।और बावली स्कूल मे भी 9 पद रिक्त है। वही जिले मे संस्कृत शिक्षा विभाग के करीब 10-12 स्कूल आठवी तक राजकीय संस्कृत उच्च प्राथमिक विद्यालय है जिसमे सिरोडी वराडा डबाणी एकल अध्यापक के भरोसे चल रही है मतलब एक अध्यापक और आठ कक्षा साथ ही पोषाहार डाक और अन्य विभागीय कार्य भी एक मात्र शिक्षक संपादित कर रहे है। आज के प्रतियोगी परीक्षा के दौर मे उक्त स्कूलो मे पढने वाले छात्रो का भविष्य अंधकार मे जाता हुआ दिखाई दे रहा है। और लगातार नामांकन कम होता जा रहा है। वलदरा गांव के सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश पुरोहित ने बताया कि वलदरा गांव मे संस्कृत शिक्षा विभाग का 12वी तक स्कूल मे 13 पद रिक्त है जिससे शिक्षण व्यवस्था लडखडागई है। लगातार विभागीय अधिकारियो को रिक्त पद भरने की मांग की जा रही है लेकिन आज भी स्थिति ज्यो की त्यो है और वलदरा गांव की स्कूल मे शिक्षक नही होने की वजह से करीब दो सौ बच्चे अन्यत्र पढ़ने जा रहे है।