विद्यार्थियों को राजस्थान स्थापना की जानकारियों से कराया अवगत

भरतपुर, (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) कृषि महाविद्यालय भुसावर में राजस्थान स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के विद्यार्थियों को राजस्थान की स्थापना की जानकारियों के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया।
महाविद्यालय के डीन डॉ. उदय भान सिंह ने कहा कि राजस्थान का गठन सात चरणों मे पूर्ण हुआ। स्वतंत्रता पूर्व राजस्थान में 19 रियासतें व 3 ठिकाने थे। राजस्थान के एकीकरण में भारत के गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रमुख भूमिका रही। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 18 मार्च 1948 को भरतपुर, अलवर, धौलपुर और करौली रियासतें व नीमराणा ठिकाने को मिलाकर मत्स्य संघ का गठन हुआ। दूसरे चरण में 25 मार्च 1948 को डूंगरपुर, बांसवाडा, प्रतापगढ, शाहपुरा, किशनगढ़, टौंक, कोटा, बूंदी, व झालावाड रियासते व कुशलगढ ठिकाने को मिलाकर पूर्व राजस्थान संघ का गठन किया गया। उन्होंने बताया कि तीसरे चरण में 18 अप्रेल 1948 को पूर्व राजस्थान संघ में उदयपुर रियासत को मिलाकर संयुक्त राजस्थान संघ बना। चौथे चरण में 30 मार्च 1949 को संयुक्त राजस्थान संघ में जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, जैसेलमेर रियासते व लावा ठिकाने को मिलाकर वृहद राजस्थान संघ का गठन हुआ, जिसकी राजधानी जयपुर रखी गयी।
उन्होंने बताया कि पॉचवे चरण में 15 मई 1949 को मत्सय संघ का वृहद राजस्थान का विलय होकर संयुक्त वृहद राजस्थान संघ बना। छठे चरण में 26 जनवरी 1950 को संयुक्त वृहद राजस्थान में सिरोही व दिलवाडा का विलय होकर राजस्थान बना तथा सातवें चरण में 1 नवम्बर 1956 को अजमेर तथा मध्यप्रदेश के सुनेलटप्पा को राजस्थान में मिलाया तथा झालावाड का सिरनौज क्षेत्र मध्यप्रदेष को दिया गया। राजस्थान दिवस के अवसर में एनएसएस बालण्टियर्स ने डॉ. मोहित कुमार के नेतृत्व में महाविद्यालय परिसर की सफाई की। इस अवसर पर डॉ. बी. एल. जाखड, डॉ. राहुल कुमार, डॉॅ. विकास कुमार आर्य, डॉ. शंकर लाल यादव सहित समस्त महाविद्यालय स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित रहे।






