सफाई पर हर माह लाखों खर्च, फिर भी चरमराई व्यवस्था

लक्ष्मणगढ़ (अलवर/ कमलेश जैन) नगरपालिका क्षेत्र में प्रतिमाह कस्बे की सफाई पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी कस्बे की सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। पालिका अधिकारियों की लापरवाही के चलते नालियां गंदगी से अटी रहती है, जिससे नालियां ओवरफ्लो होने के कारण गंदा पानी सड़क पर जमा हो जाता है। कचरा पात्र ओवरफ्लो हैं।
नालियां गंदगी से अटी होने की शिकायत नगर पालिका अधिकारियोंको देने के बावजूद भी अधिकारियों की तरफ से समस्या का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि है कि नगरपालिका के अधिकारी सफाई व्यवस्था को लेकर कितने गंभीर है।
अनदेखी के चलते सफाई व्यवस्था चरमरा रही है। शहर के इलाकों में कचरा तो जरूर उठाया जा रहा है। लेकिन ऐसे में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। वहीं राहगीरों और वाहन चालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मालाखेड़ा रोड पुराने हॉस्पिटल के पीछे सहित कई इलाकों में सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है। नियमित रूप से कचरे पात्रों का कचरा नहीं उठने से इस तरफ गंदगी का अंबार दिखाई देता है। ऐसे में कचरे के ढेरों से आती बदबू लोगों के लिए परेशानी पैदा कर रही है। वहीं कचरे के ढेर के आसपास आवारा जानवरों का जमघट लगा होने से हादसों की संभावना भी बनी रहती है।
इस मामले में कई बार नगर पालिका आफिस में समस्या के समाधान की मांग की, लेकिन अभी तक यहां सफाई व्यवस्था को लेकर हालात नहीं सुधरे हैं। ऐसे मे मानसून भी नजदीक है। कई मोहल्लों में स्थाई व अस्थाई रूप से बने ढेर शहरवासियों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। नगऱ वासियों का चिता का विषय है।
बरसात में शहर के मालाखेड़ा रोड पर पानी का इकट्ठा होना किसी मुसीबत से कम नहीं। रोड स्थित घरों और दुकानों पर बरसाती पानी आने से बहुत नुकसान होता है। दुकानदार , भाजपा के जैकी खंडेलवाल हरि कमल, , मनोज कुमार, रमेश कुमार का कहना है कि नगर पालिका की लापरवाही से मानसून के दिनों मे कारोबार तो ठप होता ही है, साथ में घरों और दुकानों पर पानी घुसने से सामान भी खराब होता है। सालों साल पुरानी समस्या का समाधान अभी तक नहीं मिल पा रहा है। इस वेस्टेज से चेंबर ब्लाक हो जाते हैं। पिछले दिनों में वर्षा के चेंबरों की ब्लाकेज से ही पानी इकट्ठा हो जाता और पानी इकट्ठा होने से तीन से चार घंटे तक निकासी नहीं होती। इलाका वासियों ने प्रशासन से गुहार लगाई है की मानसून सीजन से पूर्व ही पानी निकासी एवं सफाई की व्यवस्था के दौरान शहर के किसी भी कोने पर ढेर न लगने दें। जिससे वर्षा आने से यह गंदगी के ढेर इर्द-गिर्द न बिखरे। और कूड़ा इन चैंबरों में न फंसे । मालाखेड़ा रोड पर शीघ्र ही बरसाती पाइपों को डालने की अपील की है, ताकि पानी इकट्ठा न हो।
बता दे कि केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान पूर्व में ग्राम पंचायत कार्यरत थी। उस समय पर कस्बे की ग्राम पंचायत आदर्श ग्राम पंचायत रही थी। लेकिन नगर पालिका बनने पर अब सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है।
गंगा लहरी प्रजापत ने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व ही नालो की सफाई का टेंडर जारी किया गया था । लेकिन धरातल पर सफाई नजर नहीं आ रही है। नाले अभी भी गंदगी से अटे पड़े हैं।
नगर पालिका सफाई निरीक्षक राहुल मीणा का कहना है कि -हमारा प्रयास रहता है कि नगर पालिका क्षेत्र में साफ-सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से हो, लेकिन उसके बावजूद भी कई समस्या आ जाती है। फिलहाल कचरे का उठान लोडर वाहन खराब होने के कारण कचरे पात्र खाली नहीं हो रहे है। पानी निकासी हेतु पाइप डालने के कार्य का टेंडर जारी कर दिए गए हैं ।शीघ्र ही समाधान करवा दिया जाएगा। आमजन को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।






