टटलूबाजों का नया पैंतरा कामुक वीडियो दिखाकर फँसाते है अपने जाल में लक्ष्मणगढ़ पुलिस के चढ़े हत्थे दो शातिर आरोपी
टटलूबाजों का नया पैंतरा ,कामुक वीडियो दिखाकर फँसाते है अपने जाल में महिला बन करते है अश्लील चैटिंग फिर आदमी को करते है ब्लैकमेल लक्ष्मणगढ़ पुलिस के चढ़े हत्थे दो शातिर आरोपी
लक्ष्मणगढ़ अलवर
सुनहरी ठगी के लिए चर्चित रहे अलवर जिले में अब ठगों ने OLX पर ठगने के नए नए तरीके इजाद कर लिए है।टटलूबाजों ने ठगी का ऐसा नया तोड़ निकाल लिया है की इसमें आदमी को ठगी का शिकार भी सहज ही किया जा सकें और पीड़ित व्यक्ति लोक लाज के भय से ठगी को सार्वजनिक करने से भी कतराते रहे।यही वजह है कि ऐसे ठगी के मामले थाने तक पहुंच ही नहीं पाते है।ऐसे में टटलूबाजों का यह ठगी का धंधा काफी चल निकला है।
दरअसल टटलूबाज इंटरनेट की दुनिया में आदमी की कमजोरी या फिर नब्ज को भलीभांति समझते है। अमूमन सज्जन पुरुषों को पराई महिलाओं से बातचीत करने पर कुछ ज्यादा ही सुखद अहसास होता होगा। यह मानव स्वभाव है ।इस स्वभाव में खोट निकालना भी उचित नहीं है।मान लीजिए वर्तमान में किसी अनजान महिला ने भूल से भी शक्ल सूरत से सज्जन दिखने वाले किसी भी उम्र के व्यक्ति को कॉल कर हेलो -सलो कर कॉल डिस्कनेक्ट भी कर दिया तो वह मनुष्य महिला के बारे में जानने की जिज्ञासा रखते हुए रिटर्न कॉल अवश्य करता है। यदि महिला अलग ही अंदाज में बेवजह गहराइयों को छूने वाले दो चार प्रचलित शब्दों का इस्तमाल कर दे तो फिर पुरुष के दिल दिमाग में उथल पुथल शुरू होना स्वाभाविक है। इसी पुरुष की कमजोरी का फायदा उठा कर टटलूबाज काफी समय से टटलू काट रहे है।वैसे भी सदियों से पुरुषों का पराई औरतों को लेकर कुछ ज्यादा ही झुकाव देखने को मिलता रहा है।हालांकि महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अधिक बातूनी होती है और अपनी खामियों पर पर्दा डालकर दिनभर दूसरी महिलाओं की कमियों को अवश्य उधेड़ती नजर आ जाएगी पर क्या मजाल अपनी आलोचना किसी से सुन भी ले। लेकिन इसमें भी उन्हें दोषी ठहराना भी जायज नहीं है। आलोचना करना हमारी सोच का अभिन्न अंग है।
असल में टटलूबाज गिरोह के सदस्य पहले फर्जी नाम से सिम लेकर एक्टिवेट कराते है।फिर एक लमूर एप से जवान लड़कियों से अश्लील बातें करने का प्रलोभन देकर इच्छुक व्यक्तियों को बतौर फीस लेकर जोड़ते है।अब शुरू होती है टटलूबाजों का ठगी का खेल।एप से जुड़ने के बाद टटलूबाज व्हाट्सएप पर लड़की बन उस व्यक्ति से अश्लील चैट शुरू कर देते है।नकली लड़की उन व्यक्तियों को इस कदर अपने जाल में फंसा लेती है कि व्यक्ति रातभर चैट कर अपनी वास्तविकता बताने लगते है।यहां तक कि व्यक्ति को निवस्त्र होने पर मजबूर होना पड़ जाता है। उस अनजान महिला पर अथाह विश्वास कर व्यक्ति अपने ही शरीर से अश्लील हरकतें करने लगता है।दूसरी तरफ नकली लड़की-महिला बन चैट करने वाले टटलू बाज व्यक्ति की इस हरकत की वीडियो किलिपिंग बना लेते है।अब वह व्यक्ति उनके बुने हुए जाल में पूरी तरह फस चुका होता है।टटलू बाज इसी वीडियो किलिप को सार्वजनिक करने की धमकी देकर फसे व्यक्ति को ब्लैकमेल कर मोटी रकम ऐंठ लेते है।ठगी का शिकार हुआ वह व्यक्ति लाज की वजह से पुलिस तो दूर अपने परिवार और परिचितों को भी कुछ भी जानकारी देने से कतराता है।यही वजह है कि टटलू बाजों को यह ठगी का नया पैंतरा काफी समय से खूब चल रहा है।
लक्ष्मणगढ़ थानाप्रभारी अजीत सिंह के अनुसार आरोपी सब्बीर उर्फ सब्बर और रुकमुदिन उर्फ रुक्का बेशक अनपढ़ है लेकिन ऑनलाइन ठगी करने के मास्टरमाइंड है।आरोपियों से पूछताछ जारी है।थानाधिकारी ने ठगी के शिकार हुए लोगों से निसंकोच थाने पहुंच कर असिलियत बताने की उम्मीद की है।आरोपियों को दबोचने में एचसी मुरारी लाल,कांस्टेबल खेमसिंह, प्रमोद कुमार,पंकज,कैलाश और डीएसटी के कांस्टेबल जान मोहम्मद,इमरान, बृजेश, दिलीप और पुश्किन की अहम भूमिका रही है।
राजीव श्रीवास्तव की कलम से