मूक बेटी के साथ अधेड़ ने किया दुष्कर्म: पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल, कोली समाज ने तीन दिन में पुख्ता कार्रवाई नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी
तिजारा फ्लाई ओवर पर हुई बेटी से ज्यादती अभी ओझल भी नहीं हुई की जिलेवासियों के फिर हुए हरे जख्म
अलवर (राजीव श्रीवास्तव) गत 11 जनवरी 22 की रात्रि बहुचर्चित अलवर शहर के तिजारा फ्लाई ओवर पर मूक बधिर नाबालिग बेटी के साथ ज्यादती के जख्म अभी जिले की जनता के दिल दिमाग से ओझल भी नहीं हुए की, अब एक बार फिर जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में मूक 19 वर्षीय युवती के साथ गांव के ही एक अधेड़ ने दुष्कर्म कर यह प्रमाणित कर दिया है कि अपराधी किस्म के लोगों में पुलिस का ख़ौफ़ तनिक भी नहीं है।बहुचर्चित अलवर शहर के तिजारा फ्लाई ओवर पर मंदबुद्धि बेटी से ज्यादती मामले में भी अनेक बार तत्कालीन एसपी अलवर तेजस्वी गौतम मीडिया को अलग अलग बयान देकर जहाँ जनता का विश्वास नहीं जीत पाई थी,वही जिला कलक्टर सहित गहलोत सरकार पर अनेक गंभीर आरोप लगे थे।फिलहाल इस मामले में भी राजगढ़ थाना पुलिस पीड़िता मूक बालिका और उसके परिजनों को परेशान करती नजर आई है। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि सुबह मूक पीड़िता अपने परिवार के साथ राजगढ़ थाने पहुंची,लेकिन थाने में रिपोर्ट देर शाम दर्ज की गई।आज पीड़िता अलवर एसपी और कलक्टर दफ्तर पहुंची और मूक होने के कारण इशारों से अपने जख्म के बारे में जानकारी दी।अधिकारियों का आश्वासन तो परिपाटी के तहत अवश्य मिला,लेकिन सवालिया निशान यह है कि जब पीड़िता सुबह थाने पहुंच गई उसके बाद उसकी शाम को विलम्ब से रिपोर्ट दर्ज क्यों हुई,इसकी जबावदेही किसकी है।ताज्जुब देखिए अधेड़ आरोपी और उसके परिवार के सदस्य मूक पीड़िता और उसके परिजनों को राजीनामे के लिए डरा धमका रहे है।दरअसल 20 सितंबर को सुबह पीड़िता के परिवार के सदस्य खेत में गए थे।पीछे से मौका पाकर गांव का ही 50 वर्षीय अधेड़ मूक पीड़िता के घर मे घुस गया और कमरा बन्द कर मूक बेटी से दुष्कर्म किया।अचानक पीड़िता की बहन स्कूल से घर पहुंची,तो आरोपी कपड़े पहन कर भाग छूटा।स्थिति यह है कि दुष्कर्म का शिकार हुई पीड़िता दहशत के कारण उस कमरें में जाने से घबरा रही है,जहाँ एक अधेड़ ने उसकी इज्जत को तार तार किया ।इधर, डीएसपी राजगढ़ उदयसिंह मीना ने दैनिक अलवर न्यूज को बताया कि पीड़िता के 161 के बयान हो गए है,नक्शा मौका बनाने के साथ मेडिकल करवा दिया है।164 के बयान लेकर जल्द आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।उधर,थानाधिकारी राजगढ़ रामजी लाल मीणा ने भी वही कहा जो डीएसपी राजगढ़ ने कहा।बहरहाल पीड़िता और उसका परिवार जहाँ सदमे में है वही आरोपी और उसके परिवार की तरफ से राजीनामे के लिए धमकी देने से दहशत में है।क्या एसपी अलवर पीड़िता की लेट रिपोर्ट दर्ज होने की कोई एक खास वजह जिले की जनता को बताकर पुलिस का भरोसेमंद मजबूत पक्ष रख पाएंगे। लेट रिपोर्ट दर्ज करने में दोषी जवानों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे।बहरहाल दलित वर्ग के एक मुश्त वोट बटोरने वाली मंत्री जूली की सरकार की कानून व्यवस्था भी कटघरे में नजर आ रही है।दूसरी तरफ कोली समाज के संगठन अखिल भारतीय कोली समाज की जिला शाखा के पदाधिकारियों ने एसपी अलवर के नाम ज्ञापन देकर आरोपी के खिलाफ तीन दिन के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।