तीन दिन तक समरसता महाकुंभ में साधु संतों का जमावड़ा :जावली में शिव महापुराण सुनने को उमड़े श्रद्धालु
अलवर ,राजस्थान
धर्मनगरी जावली में चल रहे 2100 कुंडीय रुद्र महायज्ञ में शिव महापुराण सुनने और रासलीला में भक्तों व श्रद्धालुओं का कारवां बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार को भी झुलसाने वाली गर्मी की धूप के बावजूद भक्तों का हौसला कम नहीं हो रहा है। शिव महापुराण के अंतिम दिन रिकार्ड तोड़ श्रद्धालु पहुंचे। आयोजन स्थल भीड़ से खचाखच भरा नजर आया। बाबा शोभाराम भारती के गुरु व दादा गुरु ने भी हवन में आहुतियां दी। इसे पूर्व टक्टरों में भरकर हवन सामग्री यज्ञ कुंडीयों पर वितरित की गई। इस मिनी कुंभ में 18 से 20 मई तक संत समागम व महायज्ञ में अंतिम आहुतियों के कारण लाखों लोगों के आने की संभावना के चलते युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही है। 21 मई को महाप्रसादी के लिए भट्टीयां खुदवाने का काम जारी है। प्रसाद में पुआ बनाने के लिए विशाल तई मंगवाई गई है। गौर मंदिर के महंत गोवर्धन दास के मार्गदर्शन व दिगंबर वेश में मोनी बाबा शोभाराम भारती की प्रेरणा से आयोजित इस मिनी महाकुंभ की चारों और चर्चा ही चर्चा है।
स्लेट पर लिखकर दे रहे दिशा निर्देश मोनी बाबा लोगों के सवालों के जवाब या कार्यक्रम को लेकर दिशा निर्देश स्लेट पर लिख कर दे रहे हैं। इस महा आयोजन को लेकर हर कोई इस ऐतिहासिक महाकुंभ का हिस्सा बनना चाहता है। इस महाकुंभ में चारों और के लोग अपनी भागीदारी कर रहे हैं। शिव महापुराण रामलीला का आयोजन प्रतिदिन किया जा रहा है। इस महाकुंभ में 18 से 20 मई तक दोपहर 2:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक समरसता महाकुंभ में विभिन्न संतो के प्रवचन होंगे। रामानुजाचार्य स्वामी की शिव महापुराण संगीतमय कथा सुनने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। 18 मई तीन दिन के लिए शुरू हो रहे संत समागम के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से साधु-संतो का पहुंचना शुरू हो गया है। उस दौरान सनातन धर्म व गौमाता को लेकर विस्तृत से चर्चा की जाएगी। मीडिया कर्मी नागपाल शर्मा को जय सारी जानकारी दुष्यंत सिंह राजपूत द्वारा विस्तार से दी गई।
- प्रदीप शर्मा