एनडीआरएफ की टीम ने भूकंप से बचाव के संबंध में किया मॉकड्रिल
आपातकालीन व्यवस्था एवं चिकित्सा व्यवस्था की रिर्हसल कर दी बचाव की जानकारी
भरतपुर, (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) सम्भावित भूकम्प के सम्बंध में एनडीआरएफ 6वीं बटालियन आरआरसी एवं जिला प्रशासन द्वारा सोमवार को श्री जगन्नाथ पहाडिया मेडिकल कॉलेज में संयुक्त मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसमें 8.0 तीव्रता के भूकम्प को मानते हुए मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव, अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन नीरज कुमार मीणा, अतिरिक्त कलक्टर शहर श्वेता यादव, नगर निगम आयुक्त रिछपाल सिंह बुरडक, एनडीआरएफ प्रभारी किशनगढ़ अजमेर योगेश कुमार मीना सहित अधिकारी मौजूद रहे।
एनडीआरएफ प्रभारी योगेश कुमार मीना ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधीकरण भारत सरकार के निर्देशानुसार 6वीं बटालियन एनडीआरएफ आरआरसी, किशनगढ़ अजमेर की टीम ने सिविल प्रशासन के साथ मिलकर संयुक्त मॉक ड्रिल(भूकंप के संबंध में) का अभ्यास किया। कमाडेंट वीवी एन प्रसंना कुमार के निर्देशन एवं एनडीआरएफ प्रभारी योगेश कुमार मीना, निरीक्षक बाबूलाल यादव के पर्यवेक्षण में अभ्यास सम्पन्न किया एवं एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने भागीदारी निभाई।
उन्होंने बताया कि इस दौरान 8.0 तीव्रता के काल्पनिक भूकंप के संबंध में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया जिसमें भूकंप का टाइम 9.30 पर एवं एपीसेंटर जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज रामपुर, भरतपुर को चिन्हित किया गया। अभ्यास के दौरान सूचना मिलने पर राहत एवं बचाव दल घटना स्थल पर पहुंचे साथ ही एनडीआरएफ की टीम भी घटना स्थल पर पहुंची एवं एनडीआरएफ के जवानों ने बहुत ही मुस्तैदी के साथ अपने दायित्व का निर्वहन किया और सभी विक्टिम को फर्स्ट एड देने के बाद एडवांस केयर के लिए मेडिकल हॉस्पिटल भेज दिया गया।
उन्होंने बताया कि अभ्यास के समय नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया, इसमें घायल होने वाले यात्रियों की सूची तैयार की गई, मौके पर घायलों को उपचार के लिए चिकित्सकों की टीमें तैनात रही, जिन्होंने प्राथमिक उपचार दिया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा राहत बल एनडीआरएफ और अन्य रेस्क्यू एजेंसियों ने दुर्घटना की स्थिति में कैसे बचाव कार्य किया जाए, इसका सम्पूर्ण तरीके से रिहर्सल किया गया। मॉक ड्रिल का उद्देश्य किसी भी संभावित भूकंप की स्थिति में प्रभावितों को रेस्क्यू कर उन्हें तत्काल चिकित्सा और अन्य सहायता मुहैया कराई जा सके इसका अभ्यास किया गया। एनडीआरएफ प्रभारी योगेश मीणा ने भूकंप के दौरान बचाब कार्य के तरीके के बारे में विस्तार से जानकारी दी।