मोहर्रम पर मेहंदी की रस्म शांतिपूर्ण ढंग से निकाली गई
तखतगढ़ ,पाली
हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में निकाले जाने वाले मोहर्रम के जुलूस के तहत रविवार की शाम रात मेहंदी की रस्म अदा की गई। मोहर्रम इंतजामिया कमेटी के सदर दिन मोहम्मद सिलावट ने बताया कि यह मेहंदी इमामे कासिम की याद में निकाली जाती है। उनकी शहादत की याद में रविवार को मेहंदी की रस्म के दौरान मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा अलग-अलग ताजियों पर पूरी अकीदत एवं मन्नत के साथ मेहंदी की रस्म पूरी की गई। मान्यता है कि जिस व्यक्ति द्वारा मेंहदी बोली जाती है वह नंगे पांव एक चौकी पर शुद्ध घी से दिये जलाकर तथा चौकी को अपने सिर पर रखकर ताजियों तक जाते है। जहां मेहंदी चढ़ाने की रस्म अदा की जाती है। इस दौरान चूरमे, शरबत, खीर आदि पर फातिहा लगाकर तबर्रुक बांटी जाती हैं। बड़ी मेहंदी का जुलूस देर रात इमाम वाडे से नाग चौक जामा मस्जिद होते पोस्ट आफिस गली , हज़रत इस्माईल वली दरगाह होते हुए जामा मस्जिद तक संपूर्ण होती है
मेहंदी के जुलूस के आगे-आगे मुस्लिम समाज के युवा एवं बच्चे ढोल एवं ताशों पर मातमी धुन बजाते हुए चल रहे थे। जुलूस के दौरान समाज के कई महिला, पुरूष उपस्थित थे। मंगलवार को मोहर्रम की क़त्ल की रात व बुधवार को मोहर्रम का जुलूस निकाला जाएगा। मोहर्रम की मेहंदी रस्म जुलूस में पुलिस थाना तखतगढ़ एएसआई रघुवीर सिंह व हेड कांस्टेबल रविन्द्र कुमार, अमरूद्दीन खां मुस्तैद रहे ।
- बरकत खां की रिपोर्ट