सफाई कर्मियों की हड़ताल से शहर में व्यवस्थाएं पूरी तरह चौपट : जिला प्रशासन को शीघ्र लेना चाहिए निर्णय - अजीज दर्द
जिला कांग्रेस कमेटी पाली के अध्यक्ष अजीज दर्द ने कहा कि सफाई कर्मियों की हड़ताल से शहर में पूरी तरह व्यवस्थाएं चौपट हो चुकी है। शीघ्र निस्तारण के लिए जिला प्रशासन को कोई निर्णय करना चाहिए|
दर्द ने बताया कि पूरे शहर में गंदगी और कचरे के ढेर नजर आने लगे हैं,पूरे शहर की नालियां डटी र्हुई है और गंदा पानी और कचरा सड़कों पर आ रहा है जहां-जहां नालियों का पानी इकट्ठा हो रहा है उसके आसपास बदबू के कारण लोगों का रहना दुभर हो गया हे। डोर टू डोर कचरा संग्रहण न होने के कारण सभी बस्तियों में कचरा फैला पड़ा है बारिश और उमस के कारण मच्छरों की तादाद लगातार बढ़ती गई तो कई तरह की बीमारियां फैलने की संभावनाएं बनती जा रही है अगर इसी प्रकार सफाई कर्मचारियों की हड़ताल दो-चार दिन और चली तो गंदगी के कारण शहर में वह आसपास के सभी इलाकों में महामारी जैसे हालात हो सकते हैं. वैसे तो पाली में बड़े-बड़े नेता जिसमें सता पक्ष के लोकसभा सदस्य, राज्यसभा सदस्य और 9 नगर पालिकाओं पर भाजपा काबिज है. इसके साथ ही जिला प्रमुख और जिले में नो प्रधान भाजपा के हैं. और यह कहते हैं कि हमारी दो इंजन की सरकार हे उसमें ड्राइवर एक भी नहीं लगता है .जिले में इनके इतने विधायक होते हुए भी जिले का कोई धनी धोरी नहीं है. अगर महामारी फैल गई तो यह जवाबदारी किसकी होगी. कांग्रेस जन लगातार लाइट पानी और लचर कानून व्यवस्था को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. जिला कांग्रेस कमेटी के माध्यम से और जिले में सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों के माध्यम से ज्ञापन दिए जा रहे हैं और मांग की जा रही है कि जिले में लगातार बढ़ रहे अपराध नियमित रूप से पानी बिजली की सप्लाई नहीं होना लगातार चोरियो की तादाद बढ़ना झगड़ा. फसाद. हत्या व लूट की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है।
नगरीय निकाय और जिला प्रशासन को सफाई कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त करने के लिए उनसे वार्ता करनी चाहिए और उनकी जायज मांगों को मानकर उनके आंदोलन को समाप्त करने की तरफ तत्काल कदम बढ़ाने चाहिए. जिससे आम जनता को जो परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उससे छुटकारा मिल सके लगातार सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है शहर के शहर गांव के गांव गंदगी से डटे पड़े हैं. और राजस्थान सरकार गहरी नींद में सोई हुई है. जबकि हड़ताल शुरू होते ही सफाई कर्मचारियों के नेताओं को बुलाकर उनकी जायज मांगे मानते हुए सरकार को उचित कदम उठाकर सहानुभूति पूर्वक विचार करके हड़ताल को समाप्त करने के लिए मजबूत प्रयास करने चाहिए थे। लेकिन कुंभकरणीय नींद में सोई हुई भाजपा की सरकार जो हर मोर्चे पर विफल रही है । वह एक सफाई कर्मचारियों के मुद्दे पर भी कामयाब नहीं हो पा रही है ।
पूरे राजस्थान में जिला अध्यक्षों ने और जिले के सभी ब्लॉक अध्यक्षों ने ज्ञापन देकर बिजली पानी और कानून व्यवस्था को लेकर लगातार ज्ञापन दिए जा रहे हैं,और बड़ी तादाद में कांग्रेस ने इकट्ठे होकर बरसती हुई बरसात में भी नारे लगाते हुए रेलीया निकालकर जनहित के लिए प्रयासरत है. हमारी जिला कलेक्टर महोदय के मार्फत राजस्थान सरकार में बैठे लोगों से मांग है कि वह जनता के बारे में सोचे. उनके स्वास्थ्य के बारे में सोचें. बिजली पानी के बारे में सोचें. लगातार बढ़ रहे अपराध के बारे में सोचें वरना आपका होना नहीं होने के बराबर है
- बरकत खान