दुकान मालिक के परिजनों सहित लोगों के भारी विरोध के बीच नगरपालिका ने अवैध निर्माण को किया ध्वस्त
नाले की भूमि व बिना स्वीकृति किया गया था दुकानों का निर्माण, पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुड़ला व परिजनों ने जेसीबी के सामने आकर जताया विरोध, विरोध के दौरान किए गए पथराव से तोड़ा जेसीबी का शीशा
महुवा (अवधेश अवस्थी) महुवा उपखंड मुख्यालय के भरतपुर रोड स्थितनाले और मंदिर माफी भूमि पर किए गए अतिक्रमणकर अवैध रूप से बनाई गई दो दुकानों को नगर पालिका कर्मियों ने जेसीबी के माध्यम से पुलिस की सहायता से तोड़ दिया| प्राप्त जानकारी अनुसार महुआ नगर पालिका क्षेत्र में जगह-जगह जल भरा रास्तों पर अवैध रूप से पक्के निर्माण कर लेने के चलते आमजन को खासी परेशानी होने के बाद नगर पालिका महुआ द्वारा अवैध कब्जा को लेकर अब नगर पालिका सक्रिय दिखाई दे रही है। साथ ही नगर पालिका क्षेत्र में बिना नगरपालिका की स्वीकृति के करवाए गए निर्माण को लेकर भी नगर पालिका अब पूरी तरह कार्रवाई करने के मूड में है। अतिक्रमण हटाने के अलावा जर्जर भवन जिनसे जनहानि का डर है उन्हें लेकर भी नगरपालिका ने ठोस निर्णय लिए हैं।
जानकारी के अनुसार महुवा नगर पालिका क्षेत्र के भरतपुर रोड स्थित गुरुजी के बाग के सामने नाले पर बिना किसी पालिका की स्वीकृति के किए गए दुकान निर्माण के मामले को लेकर महुवा नगर पालिका का जाप्ता मंगलवार सुबह नाले की भूमि पर बिना स्वीकृति के बनाई गई दुकानों को तोड़ने पहुंचा तो दुकानों के मालिक के परिजनों सहितवहां पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के साथ सैकड़ो लोगों ने इसका विरोध किया। पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुडला दुकान मालिक के परिजनों की महिलाओं को लेकरने जेसीबी के सामने खड़े होकर भी विरोध जताया । इस दौरान मौके पर पहुंचे, असामाजिक तत्वों ने पुलिस प्रशासन पर पथराव भी किया जिससे जेसीबी के शीशे टूटे और भगदड़ मच गई।
लगभग एक घंटे तक जारी रहे इस विरोध के बीच नगर पालिका की टीम ने पुलिस जाप्ते के साथ वहां बनाई गई दो दुकानों को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान डीएसपी राजेंद्र मीणा अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र कुमार मीणा अपने जाप्ते के साथ मौजूद थे। इधर स्वीकृति के बिनालिए दुकान बना लेने के बाद उन्हें तोड़ने पहुंचा नगर पालिका व पुलिस के जाप्ते को देखकर बड़ी तादाद में भरतपुर रोड पर दुकान मालिक के परिजनों सहितलोगों का जमावड़ा लग गया और शहर का हाईवे से जुड़ा मार्ग बुरी तरह प्रभावित हो गया। मामले को लेकर अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र मीणा ने बताया कि भरतपुर रोड स्थित गुरुजी के बाग के सामने बिना स्वीकृति के नाले पर पूर्व में दुकानों का निर्माण कर दिया गया। दुकानों के पीछे मंदिर था वहां लोगों की आवाजाही रहती है, निकट ही गाड़ियां लुहार रहते हैं, ऐसे में जर्जर दुकानों से जनहानि की आशंका थी। उन्होंने बताया कि बिना निर्माण स्वीकृति के दुकानों का निर्माण किया गया था आमजन की शिकायतव जनहानि को देखते हुए निर्माण तोड़ा गया है।