सीएम नहीं ले पा रहे निर्णय, मंत्रियों की सुनवाई नहीं: टीकाराम जूली
झुंझुनूं - नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि 9 महीने में भाजपा सरकार के पास कई मौके आए, जहां पर सरकार विफल रही। पहले बिजली-पानी की व्यवस्था में विफल रही। फिर बारिश में पोल खुल गई। मुयमंत्री ने मंत्रियों को हर जिले में भेजा, लेकिन मंत्रियों के हाथ में कुछ नहीं है। मंत्रियों की कोई सुनता नहीं, पूछता नहीं। मंत्री की मुयमंत्री नहीं मानते। खुद मुयमंत्री की नहीं चल रही है। कोई भी निर्णय मुयमंत्री नहीं ले पा रहे हैं। जूली ने कहा कि शिक्षा मंत्री को बदलने की जरूरत है। वे बयानबाजी के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री जाति धर्म की बात कर तनाव पैदा कर रहे हैं। अब तक शेखावाटी को यमुना नहर के पानी की एक बूंद भी नहीं मिली है। ईआरसीपी का एमओयू भी सामने नहीं आया है।
और भी जिले बनें: जूली ने कहा कि हम चाहते हैं कि राजस्थान में और भी जिले बनें ताकि आमजन को नजदीक ही प्रशासनिक सेवाओं का लाभ मिल सके। किरोड़ीलाल मीना के इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि तीन महीने होने को आए, लेकिन अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस्तीफा मंजूर हुआ है या नहीं।