माली महासभा को धराधत पर काम करने की आवश्यकता: माली
चित्तौड़गढ़ माली समाज के सक्रिय सदस्यों की बैठक सम्पन्न
गुरला (बद्रीलाल माली) माली समाज को संगठित करने के लिये बुजर्गाे का मार्ग दर्शन लेकर समाज सेवियों व युवा वर्ग को काम करना होगा। जमीनी धरातल पर काम करने वाले संगठन की आज माली समाज को बहुत आवश्यकता है। उसी उद्देश्य को लेकर माली महासभा कई वर्षाे से समाज के बीच कार्य कर रही है। यह विचार राजस्थान प्रदेश माली (सैनी) महासभा के प्रदेश महामंत्री गोपाल लाल माली ने चित्तौड़गढ़ स्थित रामनगर में आयोजित माली महासभा के सक्रिय कार्यकर्ताओं की बैठक में मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि माली समाज वर्षों से खेती बाड़ी करता आ रहा है लेकिन पिछले वर्षों से राजनैतिक दलों ने माली समाज को केवल वोट बैंक समझकर इस्तेमाल किया है। आज हर समाज का अपनी जनसंख्या के अनुपात में सरकारी नौकरियों में प्रतिनिधित्व है। लेकिन माली समाज हर क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है। बैठक से पूर्व प्रदेश महामंत्री के चित्तौड़गढ़ आगमन पर स्थानीय माली समाज के कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत सम्मान कियां
बैठक में राजस्थान प्रदेश माली महासभा के भीलवाड़ा जिला अध्यक्ष भैरूलाल माली, जिला महामंत्री सत्यनारायण माली, माली (सैनी) अधिकारी कर्मचारी संस्थान के जिला सचिव कन्हैया लाल माली, युवा महासभा के जिलाध्यक्ष हरनारायण माली विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित थे।
माली महासभा के जिलाध्यक्ष कन्हैयालाल माली ने बताया कि बैठक में चित्तौड़गढ़ सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों के माली समाज के सक्रिय सदस्यों ने भाग लिया। इस बैठक में समाज की दिशा व दशा तय करने के साथ ही वर्तमान राजनीतिक परिपेक्ष में भी समाज की भूमिका पर भी विशेष चर्चा की गई। साथ ही महासभा द्वारा चलाए जा रहे सदस्यता अभियान की समीक्षा करने के साथ ही राजस्थान प्रदेश माली (सैनी) महासभा की चित्तौड़गढ़ जिला कार्यकारिणी गठन को लेकर मंथन किया गया व अतिशीघ्र चित्तौड़गढ़ जिले की महासभा की कार्यकारिणी भी गठित कर दी जायेगी। इस अवसर पर नाूनराम गोयल, शंकर लाल माली, भंवरलाल माली, सोशल मीडिया प्रभारी रोशन गढ़वाल, पार्षद कन्हैयालाल माली, रमेश करोडीवाल, शोभालाल माली, सत्यनारायण चौहान, नंदलाल महावर, बालकिशन चौहान, शंकरलाल चौहान, कन्हैयालाल माली, हेमराज करोडीवाल, मांगीलाल रोलिया, किशन लाल माली, शानू महावर, देवराज महावर, बाबूलाल माली, किशन दगदी, सम्पत तंवर, हरलाल माली, सोहन लाल महावर, बंशीलाल दगदी, बाबूलाल दैया, रतन तुरकलिया सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।