आग लगाकर गौ वंश को जिंदा जलाया, एक गौमाता के साथ नवजात बछड़े की भी मृत्यु
भीलवाड़ा (राजकुमार गोयल) भीलवाडा शहर के नजदीक माण्डल तहसील के ग्राम रणिकपुरा में माली परिवार के बाड़े में अज्ञात लोगों ने आग लगाकर गौवंश को जिंदा जला दिया था। इस आगजनी से कई गाय गम्भीर रूप से घायल हो गई थी, जिसमे से आज एक गाय ने दम तोड़ दिया,जो गर्भवती थी। उसके साथ नवजात बछड़े की भी मृत्यु हो गई।
इस आगजनी की घटना को लेकर पुलिस व प्रशासन द्वारा 20 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। न ही अपराधियो को गिरफ्तार किया गया। जिससे ग्रामीणों व समाज मे जबदस्त रोष व्याप्त है। आज शुक्रवार सुबह जलाई गई तीन गौवंश में से एक गौमाता की मृत्यु हो गई।जिसकी सूचना परिवार वालो ने प्रदेश माली सैनी महासभा के प्रदेश महामंत्री गोपाल लाल माली एवं माण्डल थाने पर दी।
सूचना पर प्रदेश महामंत्री गोपाल लाल माली ने जिला अध्यक्ष भैरू लाल माली को शीघ्र घटना स्थल पर पहुंचने के लिए आदेशित किया और पीड़ित माली परिवार को हर सम्भव सहयोग प्रदान करने का भरोसा दिलाया। प्रदेश महामंत्री के अदेशानुसार जिला अध्यक्ष भैरू लाल माली महासभा के प्रतिनिधि मंडल के साथ गांव रनिकपुरिया घटना स्थल पर पहुचे और पीड़ित परिवार से मिलकर पूरी घटना की जानकारी ली।
और उन्होंने कहा कि उक्त घटना के बारे में रनिकपुरिया ग्राम वासी एवं महासभा द्वारा पूर्व में जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर पूरे मामले से अवगत करा दिया गया था। लेकिन पांच दिन बीत जाने के बाद भी गौमाता को जिंदा जलाने एवं गौमाता की मृत्यु हो जाने के जघन्य अपराध के पश्चात भी प्रशासन द्वारा शीघ्र अपराधियो को गिरफ्तार नही किए जाने की घटना पर महासभा द्वारा आगे की रणनीति बनाकर जिले एवं प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। गौमाता की मृत्यु होने पर माण्डल थाने से जांच अधिकारी मौके पर पहुचे और डॉक्टर को बुलाया एवं गाय का पोस्टमार्टम कराया।
पोस्टमार्टम करने पर गाय के मृत नवजात बछड़ा भी हुआ। गौमाता को जलाने वाले ने गौमाता के साथ मासूम बछड़े की भी हत्या कर दी। लेकिन प्रशासन ने बीस दिन बीत जाने के बाद भी घटना पर कोई संज्ञान नही लिया। जानकारी अनुसार अबतक कोई भी जन प्रतिनिधि एवं प्रशासन द्वारा घटनास्थल पर पहुचने की कोशिश भी नही की। न ही पीड़ित परिवार को राहत प्रदान की गई।