तीन ग्राम पंचायतों में एफ़सीआई के ठेकेदार ने सप्लाई किए भीगे हुए गेहूं, मचा हड़कंप
इस घटिया क्वालिटी के गेहूं को लेकर उपभोक्ताओं ने जताई गहरी नाराजगी
बयाना उपखंड की तीन ग्राम पंचायतों में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के ठेकेदारों द्वारा सप्लाई किए गए भीगे हुए गेहूं ने हड़कंप मचा दिया है। बताया जा रहा है कि राशन वाहनों के ड्राइवर, गेहूं की क्वालिटी और वजन बढ़ाने के लिए जानबूझकर गेहूं को पानी में भिगोकर भेज रहे हैं, जिससे वह सड़ने और खराब होने लगा है। राशन डीलरों और ग्रामीण उपभोक्ताओं ने इस घटिया क्वालिटी के गेहूं को लेकर गहरी नाराजगी जताई है। उनके अनुसार, ठेकेदारों और ड्राइवरों की मिलीभगत से गेहूं भीगकर खराब हो रहा है, और इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने से बच रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें जरूरत के समय में घटिया अनाज मिल रहा है, जो न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि सरकार की योजनाओं को भी प्रभावित कर रहा है। स्थानीय लोग सवाल कर रहे हैं कि जब सीएम के गृह जिले में ही राशन में इतनी अनियमितता और भ्रष्टाचार हो रहा है, तो प्रदेश भर में स्थिति कैसी होगी? ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
- कौशलेन्द्र दत्तात्रेय