12 नवंबर देवउठनी एकादशी से गूंजेगी शहनाइयां

Nov 4, 2024 - 18:20
 0
12 नवंबर देवउठनी एकादशी से गूंजेगी शहनाइयां
प्रतिकात्मक छवि

लक्ष्मणगढ़ (अलवर/ कमलेश जैन ) कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तक के चार महीने ‘चातुर्मास’ कहलाते हैं।  चातुर्मास में विवाह, शादी जैसे शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं।  चातुर्मास की समाप्ति के साथ ही एक बार फिर से शुभ कार्यों की शुरूआत होने जा रही है। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउत्थान एकादशी कहा जाता है। इसे देव प्रबोधिनी या देव उठावनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि चातुर्मास में भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं। जिनका शयन काल देवउठानी एकादशी के दिन समाप्त होता है। देवउठानी एकादशी पर माता तुलसी और भगवान शालिग्राम के विवाह का विधान है। इसके बाद से चातुर्मास से रूके हुए विवाह आदि के मांगलिक कार्यक्रमों की शुरूआत हो जाती है।  अब 12 नवम्बर को देवउठनी एकादशी पर फिर से शहनाई गूंजेगी। शादियाें का दौर शुरू होगा। विवाह शादी का सीजन शुरू होने से बाजार में भी चहल-पहल बढ़ गई है।

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

एक्सप्रेस न्यूज़ डेस्क ll बुलंद आवाज के साथ निष्पक्ष व निर्भीक खबरे... आपको न्याय दिलाने के लिए आपकी आवाज बनेगी कलम की धार... आप भी अपने आस-पास घटित कोई भी सामाजिक घटना, राजनीतिक खबर हमे हमारी ई मेल आईडी GEXPRESSNEWS54@GMAIL.COM या वाट्सएप पर भेज सकते है हम हर सम्भव प्रयास करेंगे आपकी खबर हमारे न्यूज पोर्टल पर साझा करें। हमारे चैनल GEXPRESSNEWS से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद................ मौजूदा समय में डिजिटल मीडिया की उपयोगिता लगातार बढ़ रही है। आलम तो यह है कि हर कोई डिजिटल मीडिया से जुड़ा रहना चाहता है। लोग देश में हो या फिर विदेश में डिजिटल मीडिया के सहारे लोगों को बेहद कम वक्त में ताजा सूचनायें भी प्राप्त हो जाती है ★ G Express News के लिखने का जज्बा कोई तोड़ नहीं सकता ★ क्योंकि यहां ना जेक चलता ना ही चेक और खबर रुकवाने के लिए ना रिश्तेदार फोन कर सकते औऱ ना ही ओर.... ईमानदार ना रुका ना झुका..... क्योंकि सच आज भी जिंदा है और ईमानदार अधिकारी आज भी हमारे भारत देश में कार्य कर रहे हैं जिनकी वजह से हमारे भारतीय नागरिक सुरक्षित है