व्यापारियों पर होगी धन वर्षा शादी का सीजन शुरू
लक्ष्मणगढ़ (अलवर/कमलेश जैन ) त्योहारी सीजन समाप्त होने के चलते करवा चौथ से लेकर व्यापारियों को दीपावली व भैयादूज में इस बार काफी लाभ हुआ है। लेकिन अब शादियों का सीजन भी शुरू हो गया है। शादी के सीजन में भी व्यापारियों पर जमकर धन वर्षा होने वाली है। विवाह सीजन को देखते हुए दुकानदारों ने तैयारियां कर दी है । देवउठनी एकादशी 12 नवंबर मंगलवार को विवाह का लग्न शुरू हो रहा है। इसलिए व्यापारियों ने शादी की तैयारियां शुरू कर दी है. ताकि कोई भी ग्राहक खाली न जाए। उसे उसके मनपसंद चीज उसके बजट में मिले।
शादियों का सीजन शुरू:
देवउठनी एकादशी 12 नवंबर मंगलवार को है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु योग निद्रा से चार माह के बाद जागते हैं। और सृष्टि का संचालन करते हैं। इसी के साथ ही विवाह के शुभ मुहूर्त की भी शुरुआत हो जाएगी। नवंबर और दिसंबर माह में फिर से शहनाई बजेगी।
नवंबर में 11 तो दिसंबर माह में आठ शुभ मुहूर्त:11 नवंबर के दिन श्री हरि अपनी योग निंद्रा से बाहर आएंगे। इसके साथ ही पिछले पांच महीनों से थमी शहनाइयां फिर से गूंजेगी। नवंबर में शादी के लिए शुभ मुहूर्त 12, 13, 16, 17, 18, 22, 23, 25, 26, 28, और 29 नवंबर का रहेगा। इसी तरह दिसंबर माह में शादी के लिए शुभ मुहूर्त 3, 4, 5, 9, 10, 11, 13, और 14 दिसंबर रहेगा।
शादी के लिए एडवांस बुकिंग शुरू:12 नवंबर से देवोत्थान एकादशी के साथ ही शादियों का धूम-धड़ाका शुरू हो जाएगा। इस दौरान जिले में ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सैकड़ों जोड़े शादी के पवित्र बंधन में बंधेंगे। इसके लिए मैरिजहोम, टेंट हलवाई घोड़ी बैंड बाजे लाइट डेकोरेशन हाल को लेकर एडवांस बुकिंग हो चुकी है। टेंट हाउस, हलवाई, पंडितों, ब्यूटी पार्लर संचालकों आदि को भी शादी को लेकर एडवांस दिए गए हैं। वहीं, बाजार में ज्वेलरी व कपड़े, फर्नीचर एवं इलेक्ट्रॉनिक दुकानदारों की खूब चांदी होने की उम्मीद है।
ग्राहकों की पसंद के लिए स्पेशल तैयारियां:बाजार मे कपड़े व्यवसाय के कैलाश बजाज मनीष जैन व्यापारियों ने बताया कि विवाह समारोह को देखते हुए खास तैयारियां की जा रही है। समारोह को लेकर खास तरह के लहंगे, लांचे, सूट के अलावा एम्ब्रोयडरी, कॉटन, सिल्क सहित कई तरह की वैरायटियां ग्राहकों के लिए उपलब्ध हैं। इसके अलावा गाउन की विवाह समारोह के लिए विशेष डिमांड रहती है। ग्राहकों की पसंद अनुसार कपड़ों की स्पेशल वैरायटी मंगवाई गई हैं।
12 नवंबर से विवाह की शुरुआत:
शनि मंदिर के पुजारी लोकेश पंडित ने बताया कि जब भी शुभ या मांगलिक कार्य आदि की बात आती है। तो शुभ मुहूर्त जरूर देखा जाता है। हिंदू धर्म में शादी या कोई भी कार्य बिना शुभ मुहूर्त देखे बिना नहीं किया जाता है। पंचांग के अनुसार 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी से विवाह का दौर शुरू हो रहा है।