प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आना और मां गंगा-यमुना एवं सरस्वती की त्रिवेणी में पूजा-अनुष्ठान करना प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ-2025 की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। यह महाकुंभ संपूर्ण सनातन धर्मावलंबियों, देश व दुनिया के भीतर भारत के प्रति अनुराग रखने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्व रखता है। योगी ने कहा कि हजारों करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से कुंभ-2019 का सफल आयोजन हुआ था और अब महाकुंभ-2025 के सफल आयोजन के लिए मिल रहे मार्गदर्शन के लिए हम सभी उनके प्रति कृतज्ञ हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के विजन की प्रशंसा करते हुए उनके नेतृत्व में किए गए प्रयासों और सनातन धर्मावलंबियों के हितों की रक्षा के साथ ही कुंभ को लेकर स्थापित किए गए उच्च प्रतिमानों की पूर्ति को लेकर आभार भी जताया। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि पहली बार 2019 के प्रयागराज कुंभ में प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा, मार्गदर्शन व आदेश पर सैंकड़ों वर्षों के बाद श्रद्धालुओं को अक्षय वट के दर्शन हुए थे। इस बार प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में अक्षयवट कॉरिडोर का भी उद्घाटन होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बड़े हनुमान जी जिनका अभिषेक करने के लिए मां गंगा प्रतिवर्ष आती हैं, उस बड़े हनुमान मंदिर के कॉरिडोर का लोकार्पण भी आज प्रधानमंत्री मोदी के कर-कमलों द्वारा होने जा रहा है। योगी ने कहा कि सरस्वती कूप, जिसमें अदृष्य रूप में मां सरस्वती वास करती हैं और संगम पर गंगा-यमुना के साथ ही उनका संगम होता है, पहली बार 2019 के कुंभ में ही श्रद्धालुओं को इस पवित्र सरस्वती कूप के दर्शन सुलभ हुए थे। सरस्वती कूप का यही भव्य रूप अब सरस्वती कॉरिडोर के रूप में लोकार्पण के जरिए सबके समक्ष होगा और सर्व सुलभ होगा।
भगवान श्रीराम जब वनवास के लिए निकले थे तो सबसे पहले उन्होंने मैत्री का हाथ श्रृंगवेरपुर में निषादराज के समक्ष बढ़ाया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से यहां भगवान राम और निषादराज की 56 फुट ऊंची प्रतिमा व कॉरिडोर का लोकार्पण भी होने जा रहा है। योगी ने कहा कि प्रयागराज शहर, आसपास के जनपदों और दुनिया के सबसे बड़े अस्थायी शहर के तौर पर साकार हो रहा महाकुंभनगर भी उनकी ही प्रेरणा का द्योतक है। प्रयागराज महाकुंभ-2025 के शुभारंभ की दृष्टि से हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ हो रहा है।