श्री राधा रानी ने सखियों के साथ भगवान श्री कृष्ण के गांव नंदगांव में खेली लठ्ठमार होली

अलवर (अनिल गुप्ता) विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल भगवान श्री कृष्ण की लीला एवं निवास स्थल नंद गांव में फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष दशमी को लट्ठ मार होली का आयोजन किया गया। गौरतलब रहे कि भगवान श्री कृष्ण के समय से ही यह परंपरा आज तक निरंतर चली आ रही है।
नंद गांव के हुरियारे राधा रानी के धाम में लठ्ठमार होली खेलने आते हैं वहीं दूसरे दिन राधा रानी अपनी सखियों के साथ भगवान श्री कृष्ण के निवास स्थान नंदगांव में होली खेलने जाते हैं होली का यह अद्भुत नजारा बड़ा ही आत्मीय होता है चारों दिशाओं से रंग अबीर, गुलाल एवं पिचकारियों से होली खेली जाती है प्राचीन धार्मिक स्थल आशिशेश्वर महादेव जी प्रांगण में बरसाना की राधा रानी के साथ सभी सखियां इकट्ठी होती है। जहां पर समाज गायन के साथ नंद भवन के लिए गोपिया होली खेलने के लिए लातों के साथ कुछ करती है चारों ओर से श्रद्धालु भक्त राधा रानी रूपी सखियों पर रंग गुलाल एवं पुष्पों से वर्षा करते हैं। नंदगांव के कृष्ण सखा रूप के ग्वाल बाल बरसाने की सखी रूपी ग्वाल वालों का पारस्परिक समाज गायन के साथ में स्वागत करते हैं चारों ओर से नंदलाल की जय और राधा रानी की जैसे गगन भेदी उद्घोष सुनाई दे रहे थे तो कहीं होली गायन हो रहा है और सखियां ग्वाल वालों के साथ में लट्ठ मार होली खेली । आयोजन के दौरान श्रद्धालु भक्तों को आत्म विभोर हो प्राचीन परंपराओं में श्रद्धालु भक्त आत्म विभोर हो गए । तथा होली रे रसिया होली रे रसिया आज बिरज में होरी रे रसिया, नैनन में कोई गाड़ी दही मूवी पिचकारी दी श्याम संग होली खेली न जाए नंदगांव फागुन मैच चौरसिया नंद गांव फाग मैच चौरसिया एवं प्रेम वही गलियों के साथ में आनंद लिया।
पुलिस और प्रशासन की ओर से व्यवस्थाएं की गई जिसमें खामियों के चलते हुए श्रद्धालु भक्तों को काफी कठिनाई का सामना करना पडा । उन्होंने शासन प्रशासन ऐसे धार्मिक आयोजन में श्रद्धालु भक्तों के लिए विशेष रूप से व्यवस्था करने के साथ ब्रज मंडल में होली का आयोजन नव संवत्सर तक चलता है जिसमें विभिन्न प्रकार की होलियों का आयोजन संपूर्ण ब्रजमंडल में होता है एकादशी वाले दिन वृंदावन की होली गोकुल महावन दाऊजी एवं गोवर्धन धाम की तो होली की अनोखी परंपरा है यहां पर चैत्र कृष्ण पक्ष द्वितीया को होली महोत्सव के महान पर्व पर गिरिराज धरण ठाकुर श्री हरि देव जी महाराज का डोला महोत्सव का आयोजन विश्व कुंड पर किया जाएगा।






