उपभोक्ता जागृति सप्ताह के दौरान संगोष्ठी का हुआ आयोजन

भरतपुर, (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय)। राज्य सरकार द्वारा विश्व उपभोक्ता दिवस 15 मार्च से आयोजन उपभोक्ता जागृति सप्ताह के रूप में किया जा रहा है। कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को खाद्य पदार्थों में मिलावट, परीक्षण एवं विधिक प्रावधान पर संभाग स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अग्रवाल धर्मशाला में मिलावट की रोकथाम, परीक्षण एवं विधिक प्रावधान के संबंध में प्रशिक्षण कैम्प का आयोजन भी किया गया।
संगोष्ठी का शुभारंभ जिला रसद अधिकारी पवन अग्रवाल द्वारा किया गया जिसमें संगोष्ठी के विषय के बारे में बताया तथा उपभोक्ता जागृति सप्ताह के दौरान आयोजित किये गये तथा आगामी दिवसों में किये जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। एमएसजे कॉलेज के प्रोफेसर व संगोष्ठी के विशिष्ट वक्ता अनिल नागर द्वारा मिलावटी भोजन के कारण नौजवानों में होने वाले मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभावों पर गहरी चिंता व्यक्त कर शुद्ध एवं सात्विक भोजन समय पर किये जाने का आग्रह किया गया। व्यवसायियों से नैतिकता से व्यापार करने तथा ज्यादा बचत के चक्कर में मिलावटी सामग्री बेचकर मासूम लोगों के जीवन से खिलवाड न करने की अपील भी की। सवेरा संस्था के निदेशक अनिल गोयल द्वारा गुणवत्तापूर्ण वस्तुओं के उपयोग पर सर्तक रहने की आवश्यतका पर बल देते हुए अपने विचार प्रतिपादित किये। कवि जय सारस्वत द्वारा टिकाउ जीवन शैली के गुणवत्तापूर्ण वस्तुओं के उपयोग पर प्रकाश डालते हुए शुद्धता की जांच हेतु उपलब्ध विकल्पों के संबंध में जानकारी दी गयी।
संगोष्ठी में मोहन गुर्जर द्वारा मिलावट करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने हेतु तथा सख्त नीति निर्धारण करने हेतु कहा विचार रखे तथा एफएसएसएआई ट्रेनर गौरव श्रीवास्तव द्वारा अपना प्रिजेंटेशन दिया गया जिसके माध्यम से उन्होंने मिलावट के विरूद्ध किस प्रकार से बचा जाये तथा मिलावटी सामग्री खरीद के पश्चात की जा सकने वाली कार्यवाही के संबंध में बताया। उन्होंने उपभोक्ताओं व व्यवसायियों के अधिकारों तथा जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से बताया तथा प्रत्येक व्यवसायी को फूड लाईसेंस लेने हेतु आग्रह भी किया। अधिवक्ता मुरारीलाल शर्मा ने विधिक प्रावधानों, अधिवक्ता मानवेन्द्र सिंह ने विधिक सेवा प्राधिकारण द्वारा जांच की गुणवत्ता पर व उमंग संस्थान के निदेशक शुभनेश पाराशर व अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के रितेश शर्मा ने अपने विचार प्रकट किये गये। संगोष्ठी का संचालन एनजीओ सवेरा समिति संस्थान के अनिल गोयल एवं कवि जय सारस्वत द्वारा किया गया।
संभाग स्तरीय संगोष्ठी में संभागीय उपभोक्ता संरक्षण अधिकारी, विधिक माप विज्ञान अधिकारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, प्रवर्तन अधिकारी, प्रवर्तन निरीक्षक सामाजिक कार्यकर्ता, डीलर्स, पेट्रोल पम्प संचालक, ट्रांसपोटर्स, एनजीओ सवेरा समिति व उमंग के सदस्य, एवं जिला रसद कार्यालय स्टॉफ आदि उपस्थित रहे। अन्त में संभागीय उपभोक्ता संरक्षण अधिकारी संजीव शर्मा द्वारा समस्त वक्ताओं व आगुन्तकों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।






