भगवान झूलेलाल के प्राकट्य दिवस मनाया
मकराना (मोहम्मद शहजाद)
पूज्य सिंधी पंचायत विकास समिति मकराना की ओर से सिंधी समाज के पूज्य भगवान झूलेलाल की जयंती पर चेटीचंड का पर्व भगवान झूलेलाल के प्राकट्य दिवस हर्षोल्लास के साथ छ न्याति धर्मशाला में उत्साह पूर्वक, नाच गाकर मनाया गया। इस अवसर पर भगवान झूलेलाल की पूजा अर्चना के पश्चात समाज के होनहारों का उत्साहवर्धन करते हुए शिक्षा में अच्छे अंक अर्जित करने वाले, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सिंधी भाषा का उपयोग करने वाले, विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्र छात्राओं को परितोषित वितरित की गए। इस अवसर पर सिंधी भाषा पर जोर देते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवम् उत्सवों पर सिंधी भाषा का प्रचलन बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। गुणावती के डाक्टर भगवान दास ने संबोधित करते हुए कहा की चेटीचंड का पर्व उल्लास, उमंग सद्भावना और भाईचारे का पर्व है। भगवान झूलेलाल जी ने हमेशा समाज में बंधुता समरसता को बढ़ावा दिया। उन्होंने उस समय अत्याचार और अन्याय का विरोध करते हुए उसके खिलाफ लड़ाई लड़ी और ऐसे समाज का निर्माण किया जो अत्याचार और अन्याय का विरोध कर सके। खेमचन्द मोहनानी ने कहा की भगवान झूलेलाल ने मानव कल्याण और सर्व कल्याण का काम किया। इसलिए आज सिंधी समाज भी उनके पदचिन्हों पर चलते हुए वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ देश और दुनिया को एक मानता है। भगवान झूलेलाल के सिद्धांतों पर चलते हुए भूखे लोगों को भोजन कराना, लोगों की सेवा करना, समाज सेवा और समाज कल्याण के लिए सिंधी समाज काम करता है। समाज के कैशियर हरीश विधानी ने भगवान झूलेलाल के जन्मोत्सव की बधाई देते हुए कहा की भगवान झूलेलाल ने एकता, बंधुत्व और समरसता को बढ़ावा दिया। अत्याचार और अनाचार का विरोध किया। उनके दिखाए मार्ग पर सिंधी समाज देश और मानवता की सेवा कर रहा है। अपने पुरुषार्थ से सिंधी समाज ने अनेक चुनौतियों का समाधान किया है। कार्यक्रम के पश्चात प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर खेमचन्द मोहनानी, मुरलीधर विधाणी, बाबूलाल नाजकानी, कैशियर हरीश विधानी, डॉक्टर रमेश राम चंदवानी, महेश झामनानी, पप्पू झामनानी, मनोज झामनानी, ईशवर भोजवानी, विष्णु भोजवानी सहित समाज की महिलाएं उपस्थित थी।