भीषण गर्मी में लू से करे बचाव खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. (रूपेंद्र शर्मा)
लक्ष्मणगढ़ (अलवर) बढ़ती गर्मी और लू के प्रकोप को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने जारी पूर्वानुमान में कहा है कि 18-20 मई तक राजस्थान के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ने की आशंका है। कई हिस्सों में गंभीर लू की स्थिति हो सकती है। जिससे सेहत के लिए गंभीर समस्याओं को जोखिम बढ़ने का खतरा है।
स्वास्थ् विभाग के खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि बढ़ती गर्मी हमारी सेहत को कई तरह से प्रभावित कर सकती है कुछ लोगों में इसके कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का भी खतरा हो सकता है। विशेषतौर पर वृद्ध लोग और बच्चों को इस दौरान और भी सावधान रहने की जरूरत है।
बढ़ते तापमान के हो सकते हैं गंभीर दुष्प्रभाव
डॉक्टर कहते हैं, बढ़ते तापमान को सेहत के लिए कई प्रकार से हानिकारक माना जाता रहा है। ज्यादा देर तक गर्मी या धूप के संपर्क में रहने से हीट स्ट्रोक, बेहोशी, चक्कर आने, लो ब्लड प्रेशर, हृदय गति में असमानता जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। इसके अलावा जिन लोगों को पहले से ही डायबिटीज, हार्ट और ब्लड प्रेशर की दिक्कत रही है। उनके लिए अधिक तापमान की स्थिति के कारण जटिलताओं के और भी बढ़ने का खतरा हो सकता है।
डायबिटीज रोगी बरतें सावधानी
गर्मियों में निर्जलीकरण होना सामान्य है और इससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ने का भी खतरा हो सकता है। इसके अलावा डायबिटीज की समस्या आपकी रक्त वाहिकाओं-तंत्रिकाओं को भी नुकसान पहुंचाने लगती है, इनमें पसीने की ग्रंथियों की तंत्रिकाएं भी शामिल हैं। इन स्थितियों में हीटवेव की समस्या शरीर को ठंडा रखने के तंत्र को भी प्रभावित कर देती है।
हीट स्ट्रोक का जोखिम
गर्मियों में हीटस्ट्रोक के मामले सबसे ज्यादा देखे जाते हैं ये शरीर का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाने के कारण होता है। हीट स्ट्रोक में तेज सिरदर्द, भ्रम, मतली, चक्कर आने, शरीर का तापमान 103°से ऊपर होने, त्वचा लाल होने, चेतना की हानि जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। कुछ स्थितियों में ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव की समस्या के कारण गंभीर जटिलताएं भी हो सकती हैं।
गर्मी-लू से बचाव के लिए
शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए खूब पानी पीते रहें।
सूती और ढीले कपड़े पहनें। ये शरीर को ठंडा रखने में मददगार है।
पूरे कपड़े पहनें, हाथों को अच्छे से कवर करके रखें।
दोपहर के समय घर से अनावश्यक रूप से बाहर जानें से बचें।
नहीं करें
गर्मी से बचाव के लिए बच्चों और जानवरों को गाड़ी में न छोड़ें।
दोपहर के समय बाहर किसी भी प्रकार की गतिविधियों से बचें।
शराब- कार्बोनेट ड्रिंक्स के सेवन से बचा जाना चाहिए।
धूप के सीधे संपर्क में आने से बचा जाना चाहिए।
खूब करें पानी का सेवन
गर्मी में लू के चलने से हमारे शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। जरूरी है कि हम थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी पीते रहें।इससे हमारे शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और वह हाइड्रेटेड रहेगा। गर्मी के मौसम में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी प्रतिदिन पिएं।
न करें ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी
गर्मी के मौसम में ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी से बचने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इस मौसम में ज्यादा वर्कआउट करने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है।जिससे हीट स्ट्रोक का खतरा पैदा हो जाता है। इसके अलावा एक दम से ठंडी या गर्म जगह पर जाने से बचें। अगर आप घर में एसी या कूलर में बैठे हैं और अचानक किसी काम से बाहर धूप में निकलना पड़े तो आप हीट स्ट्रोक का शिकार बन सकते हैं। आपको अचानक बाहर जाने की जगह कूलर या एसी बंद करके कुछ समय सामान्य तापमान में रुकना चाहिए। फिर इसके बाद धूप में निकलना चाहिए।
कुछ खाकर ही घर से निकलें खाली पेट नहीं जाए
गर्मी के मौसम में कभी भी बिना कुछ खाये यानी खाली पेट बाहर न जाएं।अगर आप ऐसा करते हैं तो तेज धूप में आपको चक्कर आ सकते हैं और आप बीमार हो सकते हैं। इसलिए जब भी घर से बाहर निकले थोड़ा बहुत खाकर ही बाहर जाएं।
डाइट का रखें ध्यान
अन्य मौसमों की तरह गर्मियों में भी डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इस मौसम में ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिनमें पानी की मात्रा ज्यादा हो। जैसे कि - खरबूजा, खीरा, तरबूज, टमाटर आदि कोशिश करें कि तले-भुने खाने की जगह हल्का, पौष्टिक आहार हो। कच्चे ( कैरी छाछ) नारियल पानी, दही, लस्सी और छाछ पिएं। इनका सेवन करने से लू लगने का खतरा भी कम हो जाता है।