खैरथल-तिजारा जिला : स्टाफ और अन्य संसाधनों की कमी हो रही महसूस, समस्या बरकरार
किराए के भवनों में चल रहे सरकारी कार्यालय
खैरथल (हीरालाल भूरानी ) अगस्त 2023 में नए जिलों की अधिसूचना के साथ खैरथल - तिजारा जिला अस्तित्व में आ गया लेकिन नए जिले की गठन के 10 महीने बाद यह मूर्त रूप नहीं ले पाया।नए जिले में अधिकतर कार्यालय किराए के भवनों में संचालित है और कई पुराने जिले से ही संचालित हो रहे हैं।नया जिला बनने के बाद संसाधनों की कमी महसूस की जा रही है।
जिला मुख्यालय पर कई विभाग तो ऐसे हैं जिनमें अभी तक अधिकारी के अलावा दूसरा कर्मचारी नहीं है।इन विभागों में प्रतिनियुक्ति पर कार्य संचालन के लिए कुछ कर्मचारी लगाए थे लेकिन सरकार के आदेश पर वे भी मूल विभाग में लौट गए। खैरथल - तिजारा नया जिला घोषित होने पर लोगों को क्षेत्र में विकास की संभावना दिखाई दी। लेकिन समस्या जस की तस रहने से अभी तक लोगों को नए जिले में रहने का अहसास नहीं हो रहा है।
वर्तमान स्थिति यह है कि जिला मुख्यालय के पास अपना कोई भवन नहीं है। गत सरकार ने जिला की घोषणा करते हुए कृषि उपज मंडी के एग्रो टावर में जिला का कार्यालय तो खोल कर विभागों के नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए लेकिन सीमित संसाधनों व स्टाफ अभी तक उपलब्ध नहीं कराए। अब जिला कलेक्टर डॉ आर्तिका शुक्ला ने विभाग वार समीक्षा करते हुए अधिकारियों की बैठकें ली लेकिन उन्होंने ने भी संसाधन के बारे में कोई पहल नहीं की।
अभी 19 विभाग है संचालित, इनमें भी कई विभाग अन्य जगह है स्थापित : - खैरथल जिला मुख्यालय पर अब तक 19 विभाग संचालित है। जिसमें से विद्युत निगम, जलदाय विभाग, शिक्षा, समाज कल्याण,वन, चिकित्सा, सार्वजनिक निर्माण विभाग, महिला बाल विकास, कृषि, एग्रीकल्चर, उद्यान विभाग, पशु पालन,रसद विभाग, जिला परिषद,कोष कार्यालय, सूचना एवं प्रौद्योगिकी संचार विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कार्यालय ही संचालित हो पाए हैं। इनमें कई विभाग अलवर, भिवाड़ी व किशनगढ़ बास से संचालित किए जा रहे हैं।
जलदाय विभाग का कार्यालय भिवाड़ी में - जलदाय विभाग का कार्यालय भिवाड़ी में है। यहां एक्सईएन को सुपरिटेंडेंट इंजीनियर का कार्यभार सौंप कर गाड़ी चलाई जा रही है। वहीं रसद विभाग में जिला रसद अधिकारी के स्थान पर अलवर के एक इंस्पेक्टर को चार्ज दिया हुआ है।वन विभाग का डी एफ ओ अलवर से ही कार्य देख रहा है। विद्युत निगम का अधिकारी भी भिवाड़ी से ही कार्य कर रहे हैं। सूचना जनसंपर्क विभाग में मात्र एक सहायक पी आर ओ को कार्यभार सौंपा हुआ है। उनके पास भी स्टाफ का अभाव है।कई विभागों के अधिकारियों के पास गाड़ियां सहित जरूरी संसाधन नहीं है।
कई विभागों के कार्यालय धर्मशालाओं में संचालित - जिला कोष कार्यालय, शिक्षा सहित अन्य कार्यालय धर्मशालाओं में संचालित है।
पुराने जिलों से हो रहा वाहनों का पंजीकरण - खैरथल - तिजारा में नए जिले के गठन किशनगढ़ बास, मुंडावर, तिजारा क्षेत्र के लोगों का परिवहन संबंधित कार्य अभी भी अलवर से ही हो रहा है।
नए जिले की समीक्षा की चर्चा- कांग्रेस शासन के समय घोषित नए जिलों की नई सरकार आने के बाद गठन की समीक्षा की चर्चाएं भी हो रही है। इसके अनुसार दो से तीन जिलों की अधिसूचना रद्द होने के अलावा बाकी जिलों की सीमाओं का नए सिरे से पुनर्गठन किए जाने की संभावना है।