गम्भीर नदी में पांचना बांध से 5 गेट खोल कर पानी की निकासी जारी
जिले के बयाना एवं रूपवास उपखण्ड के नदी तटीय गांवों में नागरिकों को किया सावचेत
सभी विभाग एवं एसडीआरएफ टीम मय संसाधनों के रहें अलर्ट मोड पर: जिला कलक्टर
भरतपुर, 10 अगस्त। अधिक वर्षा के कारण करौली जिले से निकलने वाली गम्भीर नदी में पांचना बांध से 5 गेट खोलकर पानी छोडे जाने के चलते जिले के बयाना एवं रूपवास तहसील के गम्भीर नदी के तटीय क्षेत्र में बसे गांवों के नागरिकों को इस दौरान नदी के बहाव क्षेत्र में नहीं जाने की अपील की गई है।
जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ. अमित यादव ने बताया कि गम्भीर नदी में पांचना बांध से पानी छोडे जाने के कारण नदी के तटीय क्षेत्रों में बसे गांवों के नागरिकों को सावचेत रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सम्बंधित गांवों में स्थानीय पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के माध्यम से लोगों को सूचित कर पानी के तेज बहाव को देखते हुए नदी के बहाव क्षेत्र में नहीं जाने के लिए पाबंद किया है। उन्होंने बताया कि लगातार वर्षा की चेतावनी को देखते हुए नदी के तटीय क्षेत्र के सभी गांवों को अपने पशुधन को भी नदी के आसपास नहीं छोडने की अपील की है। उन्होंने आमजन को नदी के बहाव क्षेत्र में पानी की आवक को देखते हुए संसाधनों को बहाव क्षेत्र से हटाने, महिलाओं, बच्चों को इस दौरान नदी के आसपास नहीं जाने देने के लिए आहृवान किया है।
जिला कलक्टर ने लगातार बरसात की चेतावनी एवं गम्भीर नदी में पांचना बांध से पानी छोडे जाने को देखते हुए एसडीआरएफ की टीम, जल संसाधन विभाग, पंचायतीराज विभाग, चिकित्सा विभाग एवं उपखण्ड प्रशासन रूपवास एवं बयाना को मय आवश्यक संसाधनों के अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।
ये गांव होंगे प्रभावित - अधीक्षण अभियंता जल संसाधन देवीसिंह बेनीवाल ने बताया कि गम्भीर नदी में पानी की अधिक आवक होने पर तहसील बयाना के चीखरू, पीपरिया, धुरेरी, मावली, महरावर, नहरौली, चक बीछी, सिंघाडा, शीदपुर, नदी का गांव प्रभावित होंगे तथा तहसील रूपवास में दाहिना गाँव, महलपुर काछी, मुर्रिका, कांधौली, दौलतगढ़, सिकरौदा, पिचूना, रसीलपुर, मिल्सवां, देवरी, पांड्री, मैरथा गांव प्रभावित होंगे।
आमजन से अपील - जिला कलेक्टर ने लगातार वर्षा को देखते हुए आमजन से अपील की है कि सुजानगंगा व अन्य नदी, जलाशयों में स्नान करने नहीं जाएं। भ्रमण पर जाते समय जल स्रोतों के आसपास नहीं जाएं, पानी के बहाव क्षेत्र से दूर रहे। उन्होंने जिले में रेलवे अंडरपास एवं अन्य सड़कों पर पानी भराव की स्थिति में वहां जल स्तर को देखकर वाहन निकालने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि जिन सड़कों की रपट पर पानी का तेज बहाव हो उनमें पानी के बहाव के समय वहां नहीं निकले। उन्होंने सभी विभागों को पुराने व क्षतिग्रस्त घरों को चिन्हित कर रिपोर्ट करने के निर्देश दिए है। जिससे वर्षा जनित घटनाओं को रोका जा सके।
- कौशलेन्द्र दत्तात्रेय