जल महोत्सव 2024 के अवसर पर विधायक कोठारी की भावात्मक अभिव्यक्ति ,जल अमूल्य है, जल है तो जीवन है, जल है तो कल है:- कोठारी
भीलवाड़ा (राजकुमार गोयल) जल के दर्शन इतने अच्छे लगते हैं, मन को सुकून मिलता है, साथ ही बहते हुए जल का हम दर्शन करते हैं, तो हमारे में प्रेरणा व ऊर्जा का संचार होता है। जल प्रकृति का अनुपम उपहार है, यह अमूल्य है, जल से शरीर को निर्मलता व शीतलता मिलती है। हम देखते हैं, कुएं के जल को सिंचाई के लिए काम में लिया जाता है, फिर भी दूसरे ही दिन उस कुएं में इतना जल वापस से आ जाता है, जितना पूर्व में था। जल की महिमा अपरंपार है, अनंत है।
आज से करीब 30 वर्षों पूर्व मन में भाव आया। मैंने जल पर कार्य किया, जहां आवश्यकता लगी हमने स्वयं निर्माण कार्य में हाथ बंटाया व सहयोगियों के साथ मिलकर बड़ी मात्रा में एनिकट का निर्माण कराया, पर जब निर्माण होने के बाद वर्षा ऋतु के बाद जल से किसानों ने जो बीज बोया था, उस जल से सिंचित फसल किसानो के जीवन में खुशहाली लेकर के आई, तब बहुत ही सुकून का अनुभव हुआ, जितना खर्च उसके ऊपर किया गया था किसानों को एक फसल से ही प्राप्त हो गया।
लगाते हैं, हम बूंद जितना, पाते हैं समुंदर जितना। यह प्रभु का प्रसाद व वरदान है।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी वाजपेई ने भारत की नदियों को जोड़ने की योजना बनाई थी जो अनुपम है, हमें विश्वास है देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी इस कार्य को पूर्ण करेंगे। आज मैं इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री माननीय भजन लाल शर्मा का आभार व धन्यवाद व्यक्त करना चाहूंगा, कि प्रथम बार जल महोत्सव का आयोजन करवा कर आपने नवाचार किया है।
पशु, पक्षी, पेड़, पौधे व कृषि व प्राणी मात्र के लिए जल की जीवन में अति आवश्यकता रहती है। मेजा बांध भीलवाड़ा के लिए एक वरदान है, भीलवाड़ा के वासियों की लाइफ लाइन है, कितने ही वर्षों बाद पुनः इस बार मेजा बांध में जल की आवक अच्छी हुई है। हम प्रभु का धन्यवाद, आभार व्यक्त करते हुए नमन करते हैं। मेजा बांध को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए मैं पूरा प्रयास कर रहा हूं। मैं कलेक्टर नमित मेहता का भी धन्यवाद व्यक्त करना चाहूंगा कि आपने भी पूर्ण रुचि के साथ प्रयत्न किया है। अति शीघ्र मेजा बांध पर्यटन, पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित हो जाएगा
हमारे पास जो भी है, किसी के काम आता है, यही नर की सेवा नारायण सेवा रूप होती है। परमात्मा को पाना ही जीवन का उद्देश्य है। तभी जीवन सार्थक माना जाता है। इसलिए जल की जीतनी भी पूजा भावों के साथ हम करें उतना ही जीवन में आनंद की अनुभूति प्राप्त होगी। जिला स्तरीय जल महोत्सव 2024 के अवसर पर विधायक कोठारी ने मेजा बांध पर जल को नमन, वंदन कर पूजा अर्चना करते हुए ईश्वर का बारंबार आभार व्यक्त किया।