मुबारिकपुर नगरपालिका निरस्त करने का ग्रामवासियों ने किया जबरदस्त विरोध
नौगावा (छगन चेतीवाल) पिछली राजस्थान सरकार ने मुबारिकनगर ग्रामपचांयत को नगरपालिका की सौगात दी। लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने मुबारिकपुर नगरपालिका को निरस्त कर वापिस ग्राम पंचायत बना दिया। मुबारिकपुर नगरपालिका को निरस्त करने पर पूरे गाँव में विरोध प्रारम्भ हो गया। जिसके विरोध में मंगलवार देर शाम को मंदिर चौक पर मुबारिकपुर ग्रामवासियों की बैठक आयोजित की गईं। जिसमे सैकड़ों ग्रामवासी मौजूद रहे।मुबारिकपुर नगरपालिकाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पूर्व कांग्रेस सरकार में तत्कालीन विधायक साफीया खान के प्रयासों से मुबारिकपुर एवं पाटा ग्राम पंचायत को नगरपालिका बनाया गया।मुबारिकपुर को नगरपालिका की सौगात मिलने के बाद विकास की उम्मीद को लेकर ग्राम वासियों में ख़ुशी की उम्मीद जागी है।
लेकिन निजी स्वार्थ के कारण कुछ लोगो ने सांसद की सहायता से मुबारिकपुर नगरपालिका को निरस्त करवा दिया। नगरपालिका होने के कारण नगरपालिका में सीवर लाइन, ओपन जिम, पार्क, पूरे नगरपालिका में लाइटिंग सहित विकास के जो स्वपन देखे थे, नगरपालिका का दर्जा समाप्त होते ही धूमिल हो गए।मुबारिकपुर के लोगो को रोजगार मिला। वापिस ग्राम पंचायत होने से वो बेरोजगार हो गए।
राजस्थान सरकार द्वारा 2 सितंबर 24 को झुंझुनू की ग्राम पंचायत जाखल को मात्र 7000 जनसंख्या पर ही नगरपालिका बनाया गया है। जबकी मुबारिकपुर ग्राम पंचायत की वर्तमान जनसंख्या लगभग 10000 से ऊपर है। पूरे राजस्थान में एक मात्र नगरपालिका को कुछ लोगो के निजी स्वार्थ के कारण निरस्त कराया गया है। शीघ्र ही 11 व्यक्तियों की कमेटी बनाई जावेगी। कमेटी के निर्णय अनुसार आगामी चुनाव के बहिष्कार, बाजार बंद करने सम्बंधित, धरना प्रदर्शन सम्बंधित निर्णय लिए जाएंगे। ग्राम के अन्य गणमान्य लोगो ने भी विरोध में अपने विचार रखे। बैठक के दौरान नगरपालिका अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, पूरन सिंह, गुरविंदर सिंह, गुरमीत सिंह, प्रदीप जैन, राकेश गर्ग, अमृत सिंह, कल्लू हाजी, कीर्तन सिंह, जानू मेव, वीरसिंह, कंवर चंद, किरोड़ी वाल्मीकि सहित अन्य ग्रामवासी मौजूद रहे।