ग्राम गढ़ी में बेटी को घोड़ी पर बिठाकर धूमधाम से निकाली गई बिंदोरी , बेटा बेटी एकसमान का दिया समाज को संदेश
नारायणपुर: (भारत कुमार शर्मा ) नारायणपुर के गढ़ी मामोड़ में शुक्रवार को बेटी को घोड़ी पर बिठाकर धूमधाम से बिंदोरी निकाली गई। जिसको लेकर परिवार के साथ पूरे समाज में खुशी का माहौल देखा गया और बेटी की घुड़चढ़ी देखने के लिए आसपास के लोग आ पहुंचे। परिवार के लोगों ने बेटी की बिंदोरी में डीजे पर जमकर डांस किया।
नारायणपुर के गढ़ी मामोड़ के रहने वाले चिरंजीलाल मीणा की बेटी सुनीता मीणा की शुक्रवार को बड़े ही धूमधाम से परिवार ने घोड़ी पर बिठाकर बिंदोरी निकाली। उनकी बेटी सुनीता की 12 नवम्बर की शादी है। इस दौरान सभी ग्रामीणों और महिलाओं ने बेटी को आशीर्वाद दिया और बेटी की बिंदोरी में डीजे पर जमकर नाचे।
बेटे और बेटी में फर्क नहीं समझते
सुनीता के पिता चिरंजीलाल राजस्थान पुलिस में एस आई से रिटायर्ड है। उन्होंने बताया कि बेटे और बेटी में किसी प्रकार का फर्क नहीं समझना चाहिए। बेटियां आज सभी क्षेत्रों में आगे है। चाहे राजनीति हो, प्रशासनिक सेवाएं और सेना में हर क्षेत्र में आगे है। चिरंजीलाल मीणा ने बताया कि उनके एक बेटा और तीन बेटियां है। दो बेटियों , और बेटे की शादी पहले कर चुके है और अब सबसे छोटी बेटी सुनीता की 12 नवंबर की शादी है। उन्होंने कहा कि मैंने बेटियों को भी बेटे की तरह पुरी शिक्षा और परवरिश दी है और आज शादी में बेटों की तरह ही घोड़ी पर बिठाकर बिंदोरी निकालने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि मेरा समाज को ये ही संदेश है कि सभी लोग बेटे और बेटी में फर्क ना करे, हमारी सरकार बेटा बेटी के फर्क को समाज से खत्म करने में जुटी हुई हैं।
अनेक सामाजिक संस्थाएं बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर जागरुकता कर रही हैं। हमे शायद उस दिन इन जागरुकता कार्यक्रमों की आवश्यकता नहीं होगी, जिस दिन हर पिता खुद को इन रूढ़िवादी परंपराओं से मुक्त नहीं करेगा। हालांकि पहले से काफी बदलाव समाज में बेटियों के प्रति दिखाई दे रहा है। बेटियों को समाज में आज वह सम्मान दिया जा रहा है, जो शायद पहले संभव नहीं था।