दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर अवैध कब्जा करने वालों पर शिकंजा
लक्ष्मणगढ़ (अलवर) कमलेश जैन
तहसील क्षेत्र एवं जिले में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे शुरू होने से वाहन चालकों को राहत तो मिल गई है लेकिन आफत भी हो गई है। जगह-जगह कब्जाधारकों और स्थानीय दुकानदारों ने एक्सप्रेसवे किनारे लगी हुई ग्रिल काटकर रास्ते बना लिए हैं। इनसे लोग आ-जा रहे हैं।
इससे एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड का प्रयोग करने वाले वाहन चालक परेशान रहते हैं। ऐसे मामले पर संज्ञान लेते हुए एनएचएआई सतर्क हो गई है। एक्सप्रेसवे की ग्रिल काटने और आवागमन बाधित करने की धारा के तहत दोष साबित होने पर अदालत से अधिकतम एक साल तक की सजा हो सकती है। या जुर्माना भी न्यायालय द्वारा लगाया जा सकता है।
गलत दिशा में चलने पर होगी कार्रवाई
अब एनएचएआई और यातायात पुलिस गलत दिशा में चलने वालों के खिलाफ कार्रवाई नियमित रूप से करेगी। इस दौरान इन वाहनों के चालान किए जाएंगे। साथ ही जो वाहन एक्सप्रेसवे पर काफी देर तक खड़ा रहेगा, उसे जब्त किया जाएगा।
यहां कई जगह ऐसी हैं जहां एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड किनारे लगी लोहे की ग्रिल को काटकर अवैध रास्ते बना लिए हैं। यहां ग्रिल को दरवाजे के रूप में प्रयोग किया जा रहा है।
एक्सप्रेसवे के दोनों ओर एनएचएआई द्वारा पानी निकासी के लिए ड्रेन पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। जागरूक करने के बावजूद भी ऐसे लोग बाज नहीं आ रहे हैं। इसलिए अब सख्ती की जा रही है। बाकी एक्सप्रेस वे का सर्वे कर रहे हैं। जहां-जहां ग्रिल एवं रास्ता बनाया गया है, मामले दर्ज कराए जाएंगे।
धीरज सिंह, परियोजना निदेशक, एनएचएआई