21 जिलों में नहीं रहेगी पानी की कमी राजस्थान में बिछ रहा 1200 किलोमीटर नहर का जाल
राजस्थान प्रदेश के सूखा प्रभावित और जल संकट वाले क्षेत्रों में जल आपूर्ति को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना पर कार्य शुरू हो गया है। इस परियोजना के तहत राजस्थान के 21 जिलों और मध्य प्रदेश के 13 जिलों में पानी की पहुंच सुनिश्चित की जाएगी।
राजस्थान में करीब 1200 किमी लंबी नहर, पाइपलाइन और टनल से पानी की आपूर्ति की एक बड़ी परियोजना पर काम चल रहा है। इस परियोजना का लक्ष्य राजस्थान के 21 जिलों में रहने वाले 3.25 करोड़ लोगों को पीने और सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी देना है।
हाल ही में पार्वती-कालीसिंध चंबल ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (पीकेसी ईआरसीपी) का एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) ने दस महीने बाद एमओए (मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट) का रूप ले लिया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में राजस्थान को 4103 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी मिलेगा। यह इतना पानी है कि बीसलपुर बांध चार बार भर जाएगा।
राजस्थान के 21 जिलों को मिलेगा लाभ - करीब 1200 किमी लंबी नहर, पाइप लाइन और टनल से राजस्थान के 21 जिलों में रहने वाले 3.25 करोड़ लोगों की प्यास बुझाई जाएगी। दोनों राज्यों के बीच दो दशक से चल रहा विवाद अब समाप्त हो गया है। दावा किया जा रहा है कि काम पूरा होने पर बाढ़ और सूखे की समस्या स्थायी रूप से हल होगी। परियोजना के दौरान जयपुर लाइफ लाइन बीसलपुर बांध में कृत्रिम जलाशय बनाने से बांध की क्षमता 0.50 मीटर बनाई जाएगी।
बांध से लेकर बनाएंगे कृत्रिम जलाशय - बैराजः कुल नदी पर रामगढ़ बैराज, पार्वती नदी पर महलपुर बैराज, कालीसिंध नदी पर नवनेरा बैराज, मेज नदी पर मेज बैराज, बनास नदी पर नीमोद राठौड़ बैराज बनाया जाएगा।
राजस्थान के 21 जिले - जयपुर, झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, अजमेर, टोंक, दौसा, करौली, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, गंगापुरसिटी, ब्यावर, केकड़ी, दूदू, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा, डीग, जयपुर ग्रामीण
इन नदियों से होगा जुड़ाव - प्रोजेक्ट में चंबल और इसकी सहायक नदियां पार्वती, कालीसिंध, कूनो, बनास, बाणगंगा, रूपरेल, गंभीरी और मेज जैसी नदियों को जोड़ा जाएगा। इस जल परियोजना के तहत राजस्थान के 158 प्रमुख बांधों को जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। इन बांधों के भरने से आसपास के जिलों में पीने के पानी और सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध होगा।
- कमलेश जैन