मृतक के नाम से प्रतिमाह लिया जा रहा है खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ, मुर्दों को सरकारी सौगात
मृतक के नाम से खाद्य सुरक्षा योजना का प्रतिमाह लिया जा रहा है लाभ जबकि मृतक पति पत्नी की 2015 वे 2017 में हो चुकी है मृत्यु। मृतक के नाम से प्रतिमाह लिया जा रहा है खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ
कामां भरतपुर
जहां एक और राज्य सरकार और केंद्र सरकार कोरोना महामारी के दौर में गरीबों के लिऐ हर संभव प्रयास करती नजर आ रही है वहीं दूसरी तरफ राशन डीलर फर्जकारी कर सरकार को लाखों करोडो़ रुपये का चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसे देखकर कोई दांतो तले उंगली दबा लेता है और ऐसे समाज के दुश्मनों की काली करतूत जब हमारे सामने उजागर होती है तो वास्तव में गरीबों का दर्द दिखाई देता है।
ऐसा ही कुछ भरतपुर जिले के कामा कस्बे के गांव आगरावली में दिखाई दिया जहां पर राशन डीलर जिया उल हक ने राशन कार्ड में फर्जकारी कर सरकार को लाखों करोडो़ रुपए का चूना लगाया।
करीब 2015 में हुसैनी की मृत्यु हो जाती है उसके बाद में 2017 में उसके पति हुरमल की मृत्यु हो जाती है तब तक इस राशन कार्ड में दो यूनिट दर्ज रहती थी और इस परिवार को कभी-कभार खाद्य सुरक्षा योजना के तहत डीलर राशन उपलब्ध कराता था ।
लेकिन इस परिवार के दोनों सदस्य पति पत्नी की मृत्यु हो जाने के बाद राशन डीलर ने राशन कार्ड में तकरीबन 10 यूनिट दर्ज करा कर खाद्य सुरक्षा योजना का हर महा लाभ प्राप्त करने लगा और मृतक के पुत्र को भनक तक भी नहीं लगी लेकिन जब गांव के कुछ समझदार व जागरूक लोगों को एस मांजरे का पता चला तो गांव के युवकों ने मृतक के पुत्र शौकिन को बताया कि उसके पिताजी का आज भी खाद्य सुरक्षा योजना में नाम जुड़ा हुआ है और वह उस राशन कार्ड से करीब हर माह 50 किलो अनाज प्राप्त कर रहा है इतना सुनकर मृतक का पुत्र शौकिन हक्का बक्का रह गया और उसने कहा हमारे पिताजी की मृत्यु करीब दो-तीन साल पहले हो चुकी है और मृत्यु के बाद से आज तक हमने हमारे पिताजी के राशन कार्ड से कोई भी लाभ प्राप्त नहीं किया है लेकिन जब एस पूरे वाक्य की जांच की गई तो उसमें साफ-साफ यही नजर आया कि मृतक हुरमल ने खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ प्राप्त किया है इसी को लेकर उनके पुत्र शौकीन ने आज उपखंड अधिकारी विनोद कुमार मीणा के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश की जिसमें साफ- साफ-साफ बताया कि हमारे पिताजी की मृत्यु के बाद से अब तक कभी भी खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ प्राप्त नहीं किया है यह जो भी फर्जकारी की है तो सिर्फ राशन डीलर ने की है साथ ही लोगों का आरोप है की राशन डीलर लोगों को समय-समय पर गेहूं का वितरण भी नहीं करता है।
कामां से संवाददाता हरिओम मीना की रिपोर्ट