सीताराम जी महाराज ने किया नगर भ्रमण ,दर्शनों के लिए उमड़ पड़े कस्वावासी
वैर (कोश्लेंद्र दतात्रेय)
लघु काशी के नाम से विख्यात एवं श्री श्री 1008 श्री बाबा मनोहर दास जी महाराज की तपोस्थली कस्वा वैर मे राजशाही जमाने से ही भगवान् श्रीराम का रथयात्रा मेला भरता चला आ रहा है।
भरतपुर जिला मुख्यालय से 47 किलोमीटर दूर बसे ऐतिहासिक कस्वा वैर में आयोजित इस ऐतिहासिक रथयात्रा मेले में लंबे समय से चली आ रही परम्पराओं के भी दर्शन होते हैं। मेले में समाज की विभिन्न जाति संप्रदाय ऊंच-नीच की सीमा लांघकर परस्पर एकता और आत्मीयता की भावना पुष्ट होती है। यह मेला लोगों के मनोरंजन मन बहला और उनके आर्थिक विकास के साधनों के साथ-साथ धार्मिक भावना का भी स्मरण करता है। रथयात्रा आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को सीताराम जी मंदिर प्रांगण से बैंड बाजों के साथ एवं रैकरा चला कर भगवान श्रीराम के जयघोष के साथ निकाली जाती है।
भगवान सीताराम जी के रथ को टैक्टर ट्राली में विराजमान कर टैक्टर से दो बड़े रस्सों के सहारे भक्तजनों द्वारा खींचा जाता है यह रथयात्रा कस्बे के गोपालगंज, पुराना बाजार, चांदनी चौक, लाल चौक होते हुए जैन मंदिर गली, गद्दीपट्टी, , बिचपुरी पट्टी होते हुए नए बस स्टैंड तथा पुलिस थाने के सामने होते हुए डाक बंगला तिराए भुसावर गेट होते हुए बापिस सीताराम जी मंदिर लौटकर आती है। रथयात्रा का भव्य स्वागत किया जाकर भगवान श्री राम के रथ के नीचे से नवजात शिशुओं को उनकी माताओं द्वारा निकाला जाकर उनकी दीर्घायु की कामना की जाती है। भगवान श्री राम के इस रथ पर कस्वावासियों द्वारा चढ़ावा चढ़ा कर अपनी श्रद्धा का इजहार किया जाता है। रथयात्रा को देखने के लिए आसपास के गांव के लोग भी काफी संख्या में पहुंचते हैं।