घरों-मंदिरों में आज आधी रात जन्मेंगे कान्हा, सजे मंदिर
अलवर में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियों के लिए मंदिरों और बाजारों में रौनक छाई रही। इस बार दुर्लभ संयोग में जन्माष्टमी मनाई जाएगी, जिसमें सूर्य और चंद्रमा वृषभ राशि में रहेंगे
गोलाकाबास (रितीक शर्मा) अलवर जिले में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियों को लेकर रविवार को घरों और मंदिरों से लेकर बाजारों तक में रौनक छाई रही। चारों ओर जन्माष्टमी की तैयारियां जोरों पर चलती रही। आज की मध्य रात्रि अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र में घर घर में और मंदिरों में कान्हा का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जायेगा। वहीं बाजारों में रविवार को लोग कान्हा के सजावटी वस्त्र, झूले, लड्डू गोपाल खरीदने में जुटे रहे।
इस बार दुर्लभ संयोग में जन्मेंगे कान्हा: कृष्ण जन्माष्टमी आज सोमवार को खास संयोग में मनाई जाएगी। गोलाकाबास पंचायती मन्दिर सत्यनारायण भगवान के पुजारी शिंभू दयाल पंडित ने संवाददाता रितीक शर्मा को जानकारी देते हुए बताया कि इस दिन वैसा ही दुर्लभ योग बन रहा है जैसा कि 5251 वर्ष पूर्व यानी द्वापर युग में बना था। इस दिन रोहिणी नक्षत्र के साथ सूर्य सिंह में, चंद्रमा वृषभ राशि में और जयंती योग बन रहा है। ऐसा दुर्लभ योग बनना काफी शुभ माना जा रहा है। इस योग में पूजा करने से कई गुना अधिक फल मिलेगा। माना जाता है कि जयंती योग में व्रत रखने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होगी। 26 अगस्त के दिन रोहिणी नक्षत्र दोपहर 3 बजकर 55 मिनट से शुरू होगा और 27 तारीख की मध्य रात्रि तक रहेगा। इसके साथ ही चंद्रमा जन्माष्टमी के दिन वृषभ राशि में रहेगा, माना जाता है कि जब कृष्ण भगवान का जन्म हुआ था, तब भी ऐसा ही योग बना था, यानि चंद्रमा उस समय भी वृषभ राशि में विराजमान था। इसके साथ ही जन्माष्टमी का त्योहार इस बार सोमवार के दिन है। जब भी यह त्योहार सोमवार या बुधवार के दिन आता है तो, इसे बेहद शुभ संयोग माना जाता है।