कड़ी मेहनत, समर्पण और योग के अटूट विश्वास से देवांगी लालवानी ने बनाया विश्व रिकॉर्ड
खैरथल (हीरालाल भूरानी ) भारत की प्राचीन योग परंपरा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली देवांगी लालवानी ने हाल ही में एकपादस्कन्दासन में विश्व रिकॉर्ड स्थापित कर देश का नाम रोशन किया है। यह उनकी दूसरी उपलब्धि है; इससे पहले उन्होंने भुनमन आसन में भी विश्व रिकॉर्ड कायम किया था। देवांगी की इस सफलता में उनके कोच हरिओम सैनी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिन्होंने उनकी प्रतिभा को निखारा और मार्गदर्शन प्रदान किया। देवांगी के पिता गोविंद राम और माता उषा रानी ने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया है।
इस अवसर पर भूपेंद्र यादव, जो वर्तमान में भारत के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री हैं और अलवर से लोकसभा सांसद हैं, ने देवांगी को सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।देवांगी की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और योग के प्रति अटूट विश्वास ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।
जैसा कि प्रसिद्ध योग गुरु बी.के.एस. अयंगर ने कहा है: - "योग एक प्रकाश है, जो एक बार जला दिया जाए तो कभी मंद नहीं होता। आपकी अभ्यास जितनी बेहतर होगी, आपकी ज्योति उतनी ही उज्जवल होगी।" देवांगी की यह यात्रा हमें सिखाती है कि समर्पण और दृढ़ता के साथ किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।