आजादी के 75 वर्ष बीतने के बाद आबादी चार गुना बढ़ीं संसाधन बढे: फिर भी भीलवाड़ा से नाथद्वारा नई रेलवे लाइन के लिए तरसा क्षेत्र
देश आजादी के 75 वर्ष में अमृत उत्सव मना रहा है देश विकास की नए नए आयाम देखे जा रहे हैं परंतु देश का एक क्षेत्र ऐसा है जो अपने पुराने इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में मेवाड़ नाम लिखा हुआ है परंतु विकास में पिछड रहा है इसका कारण क्षेत्र के बड़े शहरों की कनेक्टिविटी नहीं होना जहाँ देश बुलट ट्रेन शीघ्र ही देश को मिलने वाली है और नए नए रूटों पर नई रेलवे लाइने स्वीकृत हो रही है
जनप्रतिनिधियों की विकास के प्रति अरूचि
भीलवाड़ा व राजसमन्द क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की भीलवाड़ा से नाथद्वारा वाया गंगापुर राजसमन्द नई रेलवे लाइन के प्रति अरूचि से इनके क्षैत्र विकास में पिछड रहा है क्योंकि दोनों सांसद लोकसभा में व प्रधानमंत्री एवं रेलवे मंत्री से रेलवे लाइन पर स्वीकृति के लिए कोई प्रयास नहीं होना
रेलवे लाइन देश की कनेक्टिविटी के लिए आवश्यक
भीलवाड़ा गगापुर व राजसमन्द, नाथद्वारा में देश से कनेक्टिविटी बढाने के लिए यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे का होना बहुत आवश्यक है क्षेत्र के विकास के लिए मालगाड़ी बहुत जरूरी है
रेलवे लाइन के लिए सर्वेक्षण हो गया
भीलवाड़ा से नाथद्वारा वाया गंगापुर राजसमन्द 110 किलोमीटर की रेलवे लाइन की आवश्यकता है रेलवे लाइन की सर्वे हो गया है परन्तु जन प्रतिनिधि की नई रेलवे लाइन की रूचि नहीं लेने के कारण यह प्रोजेक्ट धरातल पर नहीं आ पा रहा है
रेलवे लाइन होने से पर्यटन को बढ़ावा
यदि भीलवाड़ा से नाथद्वारा नई रेलवे लाइन स्वीकृति प्रदान करने पर इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा साथ ही पर्यटक स्थल का विकास व देश के अन्य स्थानों से सीधे कनेक्टिविटी मिलेगी इस क्षेत्र के प्रमुख स्थान नाथद्वारा के श्रीनाथजी, काकरोली द्वारकाधीश का मन्दिर, हल्दी घाटी, राजसमन्द झील, बागेरी का नाका, गंगापुर में गंगा माता का मन्दिर, भरका माता , गुरलाँ में कालिका माता का मन्दिर, रणजीत सागर आदि धार्मिक एवं प्रमुख पर्यटन स्थल देखने को मिलेगें
रेलवे लाइन होने पर क्षेत्र के लिए विकास में अहम योगदान
भीलवाड़ा से नाथद्वारा नई रेलवे लाइन होने पर मालगाड़ी का संचालन बढेगा तो देश के हर स्थान से माल परिवहन एक अच्छा साधन होने से मार्बल व्यवसाय, कपड़ा उद्योग, मिनरल्स एवं अन्य उघोग का विकास होगा