हरे पेड़ों की हो रही अंधाधुंध कटाई, अधिकारी नहीं कर रहे कोई कार्रवाई, कौन है जिम्मेदार?
दौसा (रितीक शर्मा)
दौसा- प्रशासन की लापरवाही के चलते सैंथल तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत तीतरवाड़ा में पिछले कई दिनों से सड़क के किनारों से धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। इसके बाद भी प्रशासन वन माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। प्रशासन भी आखों पर काली पट्टी लगाए इस तरफ अनदेखी कर रहा है। जबकि हर वर्ष सरकार व प्रशासन हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधारोपण अभियान चलाता है। इस पर सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं,
विभिन्न संस्थाएं भी लगातार जागरूक करते हुए पौधारोपण कर रही हैं, एक तरफ तो राजस्थान सरकार ट्री आउटसाइड ऑफ फॉरेस्ट का सपना साकार करने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत क्षेत्रों में पौधे लगाने के लिए प्रेरित कर रहीं हैं वहीं दूसरी ओर पेड़ों की अंधाधुंध हो रही अवैध कटाई पर किसी का ध्यान नहीं है ना ही प्रशासन द्वारा ऐसा कुकृत्य करने वालो के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
पिछले 10 दिनों में एक ही ग्राम पंचायत से दर्जनों हरे पेड़ों को समूल नष्ट कर दिया गया है जिनमें मुख्यत नीम, देशी बबूल ,अरडू, चुरैल जैसे लाभकारी पेड़ों की निर्मम कटाई की गई है। आखिरकार कौन है इसका जिम्मेदार? अगर ऐसे ही पेड़ों की कटाई होती रही तो क्या होगा हरित राजस्थान के सपनो का ।