गोविंदगढ़: 12वीं बोर्ड परीक्षा मे कम प्रतिशत प्राप्त छात्रा ने जहर खाकर की आत्महत्या
गोविंदगढ़ (अलवर) 12वीं बोर्ड में थर्ड डिवीजन आने पर परिवार के तानों से परेशान छात्रा ने सुसाइड कर लिया। कम नंबर आने पर परिवार ने उसे डांटा था। तनाव में आकर शुक्रवार दोपहर जहर खाकर जान दे दी। उल्टियां होने पर परिजन हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई। मामला अलवर के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र की है। छात्रा संजना राजपूत न्याणा गांव की रहने वाली थी। उसके बड़े भाई रितिक राजपूत ने बताया- बहन ने 12वीं कला संकाय का एग्जाम दिया था। 20 मई को रिजल्ट आया था, जिसमें उसके केवल 42 प्रतिशत अंक आए। वह थर्ड डिवीजन से पास हो गई थी लेकिन कम नंबर आने पर परिवार ने डांट दिया था। इस बात से नाराज होकर उसने शुक्रवार दोपहर को घर में ही जहर खा लिया और चारपाई पर सो गई।
पशुओं को चारा देने उठी तो उल्टियां की, मां ने उसे कहा कि पशुओं को चारा डाल दे। जब संजना खड़ी हुई तो उल्टियां होने लगी। तब मां ने परिवार के लोगों को बुलाया। पहले गोविंदगढ़ हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। वहां से अलवर जिला हॉस्पिटल रेफर किया गया। उपचार के दौरान उसने शुक्रवार रात को दम तोड़ दिया।
संजना के एक छोटी बहन स्नेहा और बड़ा भाई रितिक है। स्नेहा के इस साल 10वीं कक्षा में 60 पर्सेट अंक आए हैं और प्राइवेट स्कूल में पढ़ती है। वहीं संजना गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ती हैं। संजना के भाई रितिक ने 2021 में 12वीं कक्षा 91 पर्सेट अंक लिए थे। पिता राकेश राजपूत गांव में फल-सब्जी की दुकान चलाते हैंमां कमला गृहिणी है। संजना के भाई-बहनों के अच्छे नंबर आने पर उसे टोका जाता था। माता-पिता संजना को टोकते थे कि तुम पढ़ाई पर ध्यान नहीं देती हो। हालांकि संजना के भी 10वीं में 62 पर्सेट अंक आए थे। रिजल्ट के दिन से संजना मायूस थी। भाई-बहनों के बीच में भी कम नंबर आने पर माहौल अच्छा नहीं था।