बंद कमरे में धुआं से दम घुटने से तीन व्यक्तियों की मौत
भिवाड़ी (मुकेश कुमार) में
भिवाड़ी के फूलबाग थानांतर्गत बंद कमरे में धुआं से दम घुटने से तीन व्यक्तियों की मौत। कमरे में पिता-पुत्र और बेटे का दोस्त का दोस्त कमरे में सिगड़ी जलाकर सोए थे। दोपहर 3 बजे तक किसी के भी घर से बाहर नहीं निकलने पर परिजनों और पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा तो तीनों मृत मिले।
फूलबाग थानाधिकारी देवेन्द्र शर्मा ने बताया कि गत रात्रि करीब 10 बजे खाना खाकर धनजंय जाति ब्राहमण उम्र 18 साल निवासी गांव नरहवा सकुल जिला गोपालगंज बिहार चारपाई पर सो रहा था व धनंजय का पुत्र अंकित उम्र 18 साल एवं अभिषेक राय पुत्र कृष्ण मुरारी उम्र 15 साल जाति ब्राहमण निवासी मुखराय जिला भभूआ बिहार हाल किराएदार मनीष कॉलोनी नंगलिया दोनों फर्श पर बिस्तर लगाकर सो रहे थे। कमरे का गेट अंदर से बंद था एक पराती में अंदर आग जलाई हुई हैं कमरा चारों तरफ से बंद है। रात करीब 3 बजे पडोसियों को पता लता। जिस पर तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों मृतक के शव को भिवाड़ी सीएचसी की मोर्चरी मे रखवा गया। प्रातः मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर मौका मुआएना किया गया व परिजनों को सूचना दी गई।
पत्नी तीन बार जगाने गई, लेकिन नहीं उठे - थाना इंचार्ज देवेंद्र प्रसाद शर्मा ने बताया- परिवार से पूछताछ में सामने आया है कि धनंजय, अंकित और अभिषेक रात को खाना खाने के बाद कमरे में जाकर सो गए। कमरा चारों तरफ से बंद था। सिगड़ी अंदर जली हुई थी। दूसरे मकान में सो रही धनंजय की पत्नी सुबह करीब 10 बजे उन्हें जगाने के लिए गई तो गेट नहीं खुला। पत्नी ने सोचा रविवार की छुट्टी होती है, इसलिए वह लेट तक सो रहे हैं। उसके बाद धनंजय की पत्नी दोबारा करीब 12 बजे उन्हें जगाने के लिए गई तो भी गेट नहीं खुला तो वह वापस आ गई। लेकिन, जब दोपहर 3 बजे तक भी वे नहीं उठे और गेट नहीं खोला तो उन्हें चिंता सताने लगी। कमरे की खिड़कियों में लगे गत्तों को हटाकर देखा तो तीनों ही बेसुध पड़े थे। उसके बाद उन्होंने गेट तोड़ा।