ब्रह्माकुमारीज का आध्यात्मिक होली स्नेह मिलन समारोह आयोजित खेली फूलों की होली
घूम चक्कर के नजदीक परमार्थ निकेतन में मनाया होली मिलन समारोह

उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव) कस्बे के घूमचक्कर स्थित परमार्थ निकेतन में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से होली स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन हुआ l जिसकी मुख्य वक्ता नारनौल से पधारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कमल दीदी थे l उन्होंने होली का महत्व स्पष्ट करते हुए कहा कि पहले दिन होली जलाई जाती है, फिर रंगों से मनाई जाती है l हमें अपनी कमी कमजोरीयों को, बुराइयों को परमात्म याद रूपी अग्नि से जलाना है । जब हमारी कमजोरियां जल जाएगी तो आत्मा सद्गुणों के रंग में, दिव्य गुणों के रंग से आत्मा प्रकाशित हो जाएगी। इसलिए पहले होली जलाई जाती है फिर रंगों से मनाई जाती है । रंग केवल स्थूल रंग नहीं लेकिन गुणों के रंग जीवन में आएंगे तो हमारा जीवन सुख, शांति, आनंद से भर जाएगा। जो बात हो ली अर्थात बीत गई उसका चिंतन बार-बार नहीं करना क्योंकि बीती बातें बहुत दुखदाई होती हैं और हमारे मन की स्थिति को अस्थिर करती है। अच्छी बातें याद करने से हमारी मानसिक स्थिति अच्छी बन जाती है । चिड़ावा से पधारी बीके स्नेहा दीदी ने सकारात्मक चिंतन को स्पष्ट करते हुए होली के आध्यात्मिक महत्व पर पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में डॉक्टर लोकेश सिंह शेखावत, एडवोकेट मोतीलाल सैनी, आशा सैनी ,रामेश्वर लाल सैनी अशोक कुमार दायमा आदि ने होली पर्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए होली की शुभकामनाएं दी ।कार्यक्रम संयोजिका बीके सुनीता दीदी की अगुवाई में हुए इस होली स्नेह मिलन समारोह के अध्यक्ष डॉ लोकेश सिंह शेखावत मुख्य अतिथि बीके कमल दीदी (नारनौल) एवं विशिष्ट अतिथि चिड़ावा से पधारी स्नेहा दीदी थे। मंच का संचालन अपनी ओजस्वी एवं मधुर वाणी में सर्वोदय कार्यकर्ता बद्री प्रसाद तवर ने किया । इस कार्यक्रम में महंत रामनारायण दास तिरुपति बालाजी, महंत रामदास, विद्युत श्रमिक संघ के सचिव वीरेंद्र कुमार सैनी, सुल्तान सिंह लक्ष्मण सिंह सोनू सैनी भारतीय जांगिड़ तारा जांगिड़ अंजना टुंगरिया आशा मोहिनी चंचल सैनी सहित सैकड़ो लोगों ने भाग लिया।






