पर्यावरण सेवकों ने लोगों को जलवायु परिवर्तन के खतरों के बारे में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान किया जागरूक

भीलवाड़ा : राजकुमार गोयल
रामनवमी विराट शोभायात्रा के दौरान इस बार एक ऐसी टीम नजर आयी जो जलवायु परिवर्तन के खतरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए संघर्ष करती नजर आयी।टीम के सह-प्रभारी व स्टेट अवार्डी शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई बताया कि अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणविद् खमुराम बिश्नोई के नेतृत्व में पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण संस्थान जोधपुर द्वारा प्रायोजित कोशिश पर्यावरण सेवक टीम पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए पिछले ढाई दशक से संघर्ष करते हुए भारत ही नहीं विश्व स्तर पर पर्यावरण संरक्षण संगोष्ठी व सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन के खतरों के बारे में लोगों को जागरूक कर चुकी है।उसी जागरुकता को आगे बढ़ाते हुए पर्यावरण सेवक इस बार रामनवमी विराट शोभायात्रा से जुड़े और आयोजन कमेटी को पाबंद किया कि शोभायात्रा समारोह के दौरान सिंगल यूज प्लास्टिक बोतलों का इस्तेमाल नहीं होगा उसकी जगह पर्यावरण सेवक पर्यावरण स्टॉल लगाकर धातु के बर्तनों से जलपान कराएंगे, आयोजन कमेटी को कचरा संग्रहण के लिए जगह-जगह कचरा संग्रहण पात्र रखने के लिए पाबंद किया गया,पॉलिथीन का प्रयोग नहीं करने के लिए पाबंद किया गया,विज्ञापन द्वारा सार्वजनिक सूचना प्रकाशित करने के लिए आयोजन कमेटी को पाबंद किया गया कि इस बार रामनवमी शोभायात्रा को सिंगल यूज प्लास्टिक,पॉलिथीन व कचरा मुक्त रखे जाने में सहयोग करना होगा और शोभायात्रा में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं की नैतिक जिम्मेदारी है कि धरती मां को कचरा मुक्त करने के लिए पर्यावरण सेवकों का सहयोग करना है।रामनवमी शोभायात्रा के दौरान देवी देवताओं व धर्म से जुड़ी अनेक झांकियां थी लेकिन एक ऐसी पर्यावरण सेवकों की कोशिश पर्यावरण सेवक टीम के बैनर तले झांकी नजर आयी जो पर्यावरण बचाने के लिए लोगों को निस्वार्थ भाव से जागरूक करते नजर आयी जो किसी मजहब से संबंधित न होकर प्रकृति से संबंधित नजर आयी।लगभग पच्चास पर्यावरण सेवकों के साथ दो ट्रैक्टर ट्राली में पर्यावरण झांकी लेकर पहूंची और साथ में कचरा पात्र लिए जगह-जगह रास्ते से कचरा बीनते हुए शोभायात्रा के साथ चलती रही।इस तरह पर्यावरण सेवकों ने रामनवमी विराट शोभायात्रा के दौरान इस बार पर्यावरण संरक्षण का संदेश देकर प्रकृति बचाने में हर व्यक्ति को जोड़ने का सफलतम प्रयास किया और तांबे के लोटों से जल पिलाकर जल संरक्षण कल संरक्षण का भी संदेश दिया।इस तरह रामनवमी शोभायात्रा में कोशिश पर्यावरण सेवक टीम व श्री गुरु जम्भेश्वर वन्यजीव सेवा व विकास संस्थान बिश्नोई कमाण्डों फोर्स के लगभग पच्चास पर्यावरण सेवकों ने कचरा बीनकर व पर्यावरण गीत भजनों से पर्यावरण संरक्षण व मानव कल्याण का संदेश देकर सभी श्रद्धालुओं को पर्यावरण के प्रति प्रेरित किया।






