30 मई तक चलेगा खैरथल-तिजारा क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन फल-सब्ज़ी सुरक्षा अभियान, हानिकारक रसायनों की होगी जांच

खैरथल (हीरालाल भूरानी ) गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए निदेशालय खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण, जयपुर के निर्देशों की पालना में खैरथल-तिजारा क्षेत्र में फल एवं सब्ज़ियों में हानिकारक रसायनों की जांच हेतु विशेष ग्रीष्मकालीन अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान 30 मई 2025 तक संचालित किया जाएगा। इस अभियान के तहत बाजार में मिलावटी, कृत्रिम रूप से पकाए गए अथवा रसायनयुक्त फलों और सब्ज़ियों की बिक्री पर अंकुश लगाया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अरविंद गेट ने बताया कि एसिटिलीन गैस, हानिकारक रंग, वैक्स पॉलिश और आर्टिफिशियल स्वीटनर जैसे तत्वों से पकाए गए फलों के सेवन से आमजन की सेहत को गंभीर खतरा हो सकता है। इससे श्वसन तंत्र में जलन, तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव और दीर्घकालिक विषाक्तता जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
अभियान के दौरान बिना लाइसेंस फलों और सब्ज़ियों की बिक्री करने वाले विक्रेताओं के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, संदेहास्पद फलों और सब्ज़ियों के नमूने एकत्र कर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जाएंगे।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी हेमंत कुमार यादव ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे फल या सब्ज़ी खरीदते समय केवल लाइसेंसधारी या विश्वसनीय विक्रेताओं से ही खरीदारी करें। साथ ही सभी फलों को उपयोग से पहले अच्छी तरह धोएं और अत्यधिक चमकदार या एक समान रूप से पके हुए फलों से परहेज़ करें। यह दिशा-निर्देश जन स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के हित में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम की धारा 16(5) एवं 29 के अंतर्गत जारी किए गए हैं।






