पेहल के गोरक्षनाथ आश्रम में धूमधाम से मनाया पंचमी महोत्सव: विनम्रता ही साधु की पहचान - महंत प्रभातीनाथ
खैरथल (अलवर, राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) विनम्रता ही साधु की पहचान है यह कहना है निकटवर्ती गांव पेहल के अनंत श्री गोरक्षनाथ आश्रम के महंत प्रभातीनाथ महाराज का जो अपने आश्रम में आयोजित पंचमी महोत्सव में श्रद्धालुओं को आशीर्वचन दे रहे थे । महंत प्रभातीनाथ ने कहा कि सच्चा संत वही है जो धर्म का मार्ग दिखाने के साथ ही समाज से अवगुणों को दूर करने का कार्य करे । महंत प्रभातीनाथ महाराज ने कहा कि क्रोध , घृणा , अहंकार और किसी पद के प्रति मोह ये सभी मनुष्य का नाश करने वाले हैं इससे दूर रह कर समाज में जागृति लाने का कार्य ही असली संत का है ।
इस अवसर पर देशभर से आए श्रद्धालुओं ने गुरु गोरक्षनाथ , शिवगोरक्षनाथ , दादा गुरु श्यामनाथ , दुर्बलनाथ महाराज आदि संत प्रतिमाओ की पूजा अर्चना कर मनोकामनाएं मांगी और भंडारे में प्रसादी ग्रहण की । इस अवसर पर शिष्य बालयोगी बालकनाथ महाराज , शिष्य भूतनाथ , आर आर कॉलेज के प्राचार्य डॉ हुकम सिंह निर्भय , लक्ष्मीनारायण सहित देश भर से आए श्रद्धालु उपस्थित रहे ।