जलझूलनी एकादशी पर नगर भ्रमण एवं जलविहार को निकले ठाकुर जी: प्रताप नहर में दुर्गंध युक्त गंदगी होने से नहीं कर सके जलविहार, नागरिकों ने जताई नाराजगी
वैर (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) जलझूलनी एकादशी के अवसर पर मंदिर श्री दाऊजी महाराज एवं दामोदर जी महाराज से सुसज्जित डोला में बैठकर ठाकुर जी नगर भ्रमण एवं जलविहार करने के लिए निकले। श्रद्धालु. ठाकुर जी का डोला अपने कंधों पर उठाए हुये चल रहे थे। बैंड बाजों के साथ निकली नगर भ्रमण यात्रा का श्रद्धालुओं ने आरती उतार कर एवं पुष्प बर्षा कर ठाकुर जी का स्वागत सत्कार किया। ठाकुर जी का डोला मुख्य बाजार पुराना बस स्टैंड मंदिर बाबा मनोहर दास होकर मुख मार्गो से होता हुआ वापिस मंदिर पहुंचा जहां ठाकुर जी की विशेष आरती की गई। रास्ते में जगह-जगह मंदिरों के पुजारियों द्वारा प्रसाद बितरण किया व बाबा मनोहर दास मंदिर पर ठाकुर जी की विशेष आरती की गई । बाबा मनोहर दास के धूना पर श्रद्धालुओं द्वारा प्रसाद वितरण किया गया । पिछले वर्षों में परंपरागत रूप से प्रताप नहर में ठाकुर जी जल विहार करते रहें है। परंतु गत कुछ वर्षो से प्रताप नहर में दुर्गंध युक्त गंदा पानी होने से ठाकुर जी बिना जलविहार किये वापिस चले जाते रहे हैं। प्रशासन की इस बडी लापरवाही फर नागरिकों में आक्रोश देखा गया। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र मे भारी बर्षात होने के उपरांत भी प्रताप नहर में पानी नहीं आया। बताया गया कि प्रताप नहर में पानी सीता बांध से आने वाली सीता कैनाल के माध्यम से आता है जिस पर जगह-जगह अतिक्रमण होने से जल वहाव में अवरोध पैदा हो गया। इन अतिक्रमणों को समय रहते प्रशासन द्वारा नहीं हटाया गया । प्रताप नहर पंचायत समिति वैर के प्रबंधन में है तथा नगर पालिका ने भी इस बार नहर की साफ सफाई नहीं कराई। एक ओर जहां राजस्थान सरकार पूरे प्रदेश में अच्छी बरसात होने की खुशी में जल महोत्सव मना रही है वहीं स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते हुए नगर पालिका क्षेत्र में जल महोत्सव नहीं मनाया गया।